*अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भा.को.ख.म.सं., बिलासपुर के द्वारा लगभग
200 महिलाओं का किया गया सम्मान—*
भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन, बिलासपुर (भारतीय मजदूर संघ)के द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सम्मान समारोह-2021में लगभग 200 कोयला एवं अन्य कार्य क्षेत्रों मैं कार्यरत महिलाओं का तिलक, पुष्प एवं अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन
, बिलासपुर(भारतीय मजदूर संघ) के द्वारा अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अंतर्गत”अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सम्मान समारोह” में नारी शक्तियों के सम्मान हेतु
कुसमुंडा क्षेत्र के सीनियर रीक्रिएशन क्लब में दिनांक -8 मार्च 2021 को संध्या 5:00 बजे से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सम्मान समारोह-2021* का आयोजन रखा गया था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कुसमुंडा क्षेत्र के महाप्रबंधक जी की धर्मपत्नी
महिला मंडल, की अध्यक्षा आदरणीया श्रीमती माया सिंह जी, विशिष्ट अतिथि के रूप में भारतीय मजदूर संघ,छत्तीसगढ़ प्रदेश के महामंत्री सम्माननीय श्री राधेश्याम जायसवाल जी, अतिथि के रूप में श्रीमती पी.शांति जी, श्रीमती सुनीता राय जी, राष्ट्रीय पर्यावरण मंच के प्रभारी श्री लक्ष्मण चंद्रा जी एवं अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा एसईसीएल के संगठन प्रभारी श्री राजेंद्र विश्वकर्मा जी,श्री पी.के.जैन, क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक कुसमुंडा क्षेत्र, जी उपस्थित थे, कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री टिकेश्वर सिंह राठौर ,अध्यक्ष भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन,बिलासपुर के द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम का संचालन भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन, बिलासपुर के महामंत्री श्री अशोक कुमार ने किया।
सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारंभ मंचस्थ अतिथियों के द्वारा भारत माता,भगवान विश्वकर्मा एवं भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक श्रद्धेय दत्तोपंत ठेंगड़ी जी के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए दीप प्रज्वलित एवं भारत माता की जयकारे के साथ किया गया।
तत्पश्चात मंचस्थ अतिथियों को साल, अंग वस्त्र एवं फूलों की गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया गया,साथ ही सदन में उपस्थित सभी नारीशक्ति स्वरूप उपस्थित लगभग 200 महिलाओं का श्रीमती बिना जायसवाल, मंत्री, भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन, बिलासपुर एवं श्रीमती ममता राठौर तथा श्रीमती संगीता सूर्यवंशी के द्वारा सभी महिलाओं को सम्मान में तिलक लगाते हुए अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए सदन में उपस्थित सभी मंचस्थ अतिथियों, सम्मानित महिलाओं एवं एकता महिला मंडल कुसमुंडा क्षेत्र के महिला पदाधिकारी/ कार्यकर्ता तथा संगठन के सभी उपस्थित पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं, प्रेस/ मीडिया के साथियों का स्वागत, अभिनंदन एवं वंदन करते हुए महामंत्री श्री अशोक कुमार सूर्यवंशी जी के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के संदर्भ में जानकारी देते हुए कहां गया की महिला दिवस का बहुत महत्त्व है, प्रतिवर्ष 8 मार्च को हमारी देश में महिला दिवस मनाया जाता है।
आज की महिला निर्भर नहीं, वह हर मामले में आत्मनिर्भर और स्वतंत्र हैं,और पुरुषों के बराबर सब कुछ करने में सक्षम भी है।
हमें महिलाओं का सम्मान जेंडर के कारण नहीं बल्कि स्वयं की पहचान के लिए करना होगा, हमें यह स्वीकार करना होगा कि घर और समाज की बेहतरी के लिए पुरुष और महिला दोनों समान रूप से योगदान करते हैं।
यह जीवन को लाने वाली महिला है, हर महिला विशेष होती है, चाहे वह घर पर हो या ऑफिस में।
इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ, छत्तीसगढ़ प्रदेश के महामंत्री श्री राधेश्याम जायसवाल जी ने अपने उदबोधन में नारियों के कार्यों की सराहना करते हुए कहां की आज पूरा देश ही नहीं, वरन पूरा विश्व में ऐसा कोई कार्य नहीं है जिसे महिलाएं नहीं कर रही है।
घर परिवार बच्चों की परवरिश में प्रमुख भूमिका होती है, यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन महिलाओं का सराहना करें और उनका सम्मान करें जो अपने जीवन में सफलता हासिल कर रही हैं और अन्य महिलाओं और अपने आसपास के लोगों के जीवन में सफलता ला रही है।
महिला दिवस के उपलक्ष्य में संगठन की ओर से सभी महिलाओं का अभिवादन करते हुए उन्हें अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दिए।
इसी तारतम्य में राष्ट्रीय पर्यावरण मंच के प्रभारी श्री लक्ष्मण चंद्र जी ने महिला दिवस कब और क्यों मनाई जाती है के संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा की अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का जन्म 8 मार्च 1908 को हुआ था
जब 15,000 महिलाओं ने न्यूयॉर्क शहर की सड़कों पर अपने अधिकारों को लेकर प्रदर्शन किया।
जिसमें कार्य में कम घंटे बेहतर वेतन और मतदान का अधिकार उनकी मांगी थी।
पहला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम 1911 में आयोजित किया गया था, उसके बाद ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्जरलैंड में आयोजित किया गया थ
सदैव ही हमें नारियों का सम्मान करना चाहिए, उनके अधिकारों की लड़ाई में हमें साथ देना चाहिए।
तत्पश्चात संगठन के प्रभारी श्री राजेंद्र विश्वकर्मा जी के द्वारा सदन में उपस्थित सभी महिलाओ को महिला दिवस की बधाई देते हुए भारतवर्ष महिलाओं के योगदान के संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि पूर्व में कोयला खदानों में महिलाएं कार्य नहीं करती थी मगर अब वह लोग भी खदानों में कार्य कर सकते हैं, हम सबको महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी तभी आज के इस कार्यक्रम का सही मायने होगा।
साथ ही उन्होंने कहां की 4 मार्च से लेकर 10 मार्च तक संगठन के द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है, हमें सदैव ही सुरक्षात्मक तरीके से कार्य करना चाहिए।
इस बात की संदेश के लिए हम प्रतिवर्ष संगठन की ओर से राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाते हैं।क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक, कुसमुंडा क्षेत्र की धर्मपत्नी श्रीमती जैन ने कहा कि भारत ही नहीं वरन पूरा विश्व में महिलाओं का अहम योगदान है, तभी आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही है और खुद ही अपना मुकाम पैक कर रही है धीरे-धीरे ही सही लेकिन महिलाओं में आत्मनिर्भरता बढ़ती जा रही है हमें उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
संगठन के अध्यक्ष श्री टिकेश्वर सिंह राठौर जी ने अपने उदबोधन मैं कहां आज का यह दिन महिलाओं के सम्मान के अधिकारों को देखते हुए विश्व भर में मनाया जाता है।
हर साल 8 मार्च को मनाए जाने वाले इस दिन को पहली बार 1909 में मनाया गया था
महिलाओं को समर्पित इस दिन पर कई जगह पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं, इस दिन को मनाने के पीछे बड़ी वजह है,
महिलाओं को शिक्षा में बढ़ावा,कैरियर के क्षेत्र में कई अवसर और पुरुषों के जैसा समान अधिकार मिल सके।
उत्कृष्ट योगदान देने वाले कई महिलाएं जैसे- झांसी की रानी, रानी दुर्गावती, सावित्री फुले,मैरीकॉम,कल्पना चावला,पी.टी.उषा, हिमा दास आदि अनेक महिलाओं का नाम लेते हुए कहा की इस देश का नाम रोशन करने में ऐसे अनेक हस्तियों का योगदान है।
आज के इस कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि अतिथि एवं सदस्य उपस्थित सभी सम्मानित महिलाओं तथा संगठन के सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता बंधु एवं प्रेस /मीडिया का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम समापन की घोषणा किए।
कार्यक्रम में कोरबा, कुसमुंडा,गेवरा एवं दीपका क्षेत्र के पदाधिकारियों में प्रमुख रूप से श्री अश्वनी मिश्रा, प्रीतम राठौर,शिव कुमार त्रिपाठी, डी.पी.गौतम,हिरन चंद्रा, बंधन दास महंत,जगदीश साहू,अजीत कुमार सिंह, बनवारीलाल चंद्रा, हरनारायण केसरवानी बाबूलाल चंद्रा,दादू लाल राठौर, राजेंद्र कश्यप, प्रभाकर कौशिक,डालचंद सोनी,नारायण प्रसाद गायकी, सुरेंद्र स्वर्णकार, घनश्याम पांडे, दिनेश कुमार कुंभकार, उत्तम कुलदीप, तेजराम कश्यप के अलावा अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता विशेष रूप से उपस्थित थे।
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