बीजापुर। संतोषपुर गांव में सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि डाकघर में पदस्थ एक महिला कर्मचारी ने उनकी वर्षों की मेहनत की बचत हड़प ली। यह रकम उन परिवारों ने अपनी बेटियों की पढ़ाई और विवाह जैसे भविष्य के उद्देश्यों के लिए जमा की थी।
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों के अनुसार वे वर्ष 2019-20 से लगातार हर महीने 1,000 से 5,000 रुपये तक की राशि जमा कर रहे थे। लेकिन जब उन्होंने पासबुक में एंट्री करवाने की कोशिश की, तो उन्हें बार-बार टाल दिया गया। बाद में जब कुछ महिलाएं सीधे डाकघर पहुंचीं, तो खुलासा हुआ कि उनके खातों में अब तक कोई भी राशि दर्ज नहीं है।
डाकघर से आश्वासन, फिर कर्मचारी का तबादला
मामला सामने आने पर डाकघर के प्रमुख ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि शिकायत को आगे न बढ़ाते हुए उन्हें पैसा वापस दिलाया जाएगा। लेकिन इसी बीच संबंधित कर्मचारी दिव्या कांवर का तबादला किसी अन्य जिले में कर दिया गया। तब से उनका कोई अता-पता नहीं है, जिससे पीड़ित परिवारों की चिंता और बढ़ गई है।
कलेक्टर से गुहार
नाराज ग्रामीणों ने जिला पंचायत सदस्य नीना रावतिया के माध्यम से कलेक्टर संबित मिश्रा से मुलाकात कर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
नीना रावतिया ने कहा कि यह गंभीर मामला है। “गांव के लोग अपनी कमाई का हिस्सा बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना में जमा करते हैं। यदि ऐसे योजनाओं में गड़बड़ी होगी तो आमजन का भरोसा टूट जाएगा। प्रशासन को तत्काल जांच कर दोषियों को जवाबदेह ठहराना चाहिए।”