रायपुर: राजधानी में पिछले 48 घंटों के भीतर चार अलग-अलग स्थानों पर हुई हत्याओं ने कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ये हत्याएं न केवल अत्यंत क्रूर थीं, बल्कि इनमें से कुछ सार्वजनिक स्थानों पर हुईं, जिससे आम नागरिकों के बीच भय का वातावरण बन गया है।
1. खमतराई में फावड़े से हमला, युवक की मौके पर मौत
घटना खमतराई थाना क्षेत्र के गोवर्धन नगर स्थित सुभाष डेयरी की है। यहां छत पर शराब पी रहे दो युवकों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि पूनम मिश्रा नामक युवक ने 25 वर्षीय धनेश साहू उर्फ ‘धन्नु’ पर फावड़े से ताबड़तोड़ 3-4 वार कर दिए। सिर पर गंभीर चोट लगने से धनेश की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस की कार्रवाई: आरोपी पूनम मिश्रा फरार है और उसकी तलाश के लिए विशेष टीम गठित की गई है।
2. मंदिर हसौद: पेट्रोल पंप मैनेजर की चाकू से हत्या
मंदिर हसौद इलाके में पेट्रोल लेने आए दो अपराधियों ने भुगतान न करने पर हुए विवाद में पेट्रोल पंप मैनेजर योगेश मिरी (26) पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। योगेश को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। हमले में एक अन्य कर्मचारी अनिल गायकवाड़ भी घायल हुआ है।
पुलिस की कार्रवाई: पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ जारी है।
3. अभनपुर (बिरोधा गांव): बुजुर्ग दंपत्ति की नृशंस हत्या
अभनपुर थाना क्षेत्र के बिरोधा गांव में अज्ञात अपराधियों ने एक बुजुर्ग दंपत्ति—भूखन ध्रुव (62) और उनकी पत्नी रुक्मणी ध्रुव (60)—की बेरहमी से हत्या कर दी। दोनों के शव घर के अलग-अलग कमरों में पाए गए, जिन पर धारदार हथियारों से गहरे घाव के निशान थे। प्रथम दृष्टया मामला लूटपाट के इरादे से घर में घुसकर हत्या का प्रतीत होता है।
पुलिस की कार्रवाई: FSL और क्राइम ब्रांच की टीमों को जांच में लगाया गया है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
विश्लेषण: बढ़ता अपराध और कमजोर सुरक्षा व्यवस्था?
इन तीनों घटनाओं की पृष्ठभूमि भले ही अलग हो—कहीं आपसी विवाद, कहीं डकैती का प्रयास, तो कहीं सीधे घर में घुसकर हत्या—पर एक बात सामान्य है: ये सभी घटनाएं न केवल बेहद गंभीर हैं, बल्कि राजधानी क्षेत्र में हुई हैं।
पुलिस ने जहां एक मामले में आरोपियों को पकड़ लिया है, वहीं दो अन्य मामलों में जांच तेज़ कर दी गई है। फिर भी इन वारदातों की आवृत्ति और क्रूरता प्रशासन व समाज दोनों के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
पुलिस अपील: पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तत्काल निकटतम थाना या डायल 112 पर दें, जिससे अपराध पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सके।
निष्कर्ष:
रायपुर में लगातार हो रही हिंसक घटनाएं यह संकेत देती हैं कि आपराधिक तत्व निडर हो रहे हैं। अब जरूरत है कि पुलिस प्रशासन न केवल सख्त कार्रवाई करे, बल्कि गश्त और निगरानी को भी और मजबूत बनाए।