छत्तीसगढ़ में कोविड-19 के 3 नए मामले, प्रशासन हाई अलर्ट पर
छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 3 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें 2 रायपुर और 1 दुर्ग से हैं। राज्य में अब तक कुल 56 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 14 मरीज ठीक हो चुके हैं, और 41 सक्रिय मामले हैं। इनमें से 37 मरीज होम आइसोलेशन में हैं, 3 ऑक्सीजन सपोर्ट पर, और 1 निजी अस्पताल में भर्ती है। सबसे अधिक 21 सक्रिय मामले रायपुर में हैं, इसके बाद बिलासपुर (12), दुर्ग (6), बालोद (1), और बस्तर (1) में हैं।
नए वैरिएंट JN.1 को लेकर सतर्कता
नए JN.1 वैरिएंट के प्रसार के बाद स्वास्थ्य विभाग ने लाइट अलर्ट जारी किया है। मेकाहारा के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. आर के पांडा के अनुसार, ज्यादातर मरीज हल्के लक्षणों के साथ होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं। हालांकि, डायबिटीज और चेन स्मोकर्स जैसे को-मॉर्बिडिटी वाले मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, क्योंकि वे इस वैरिएंट की चपेट में जल्दी आ सकते हैं। मेकाहारा में 28 मई से कोविड ओपीडी शुरू की गई है, और अब तक 45 से अधिक लोगों का RT-PCR टेस्ट किया गया है। अस्पताल में 15 बेड का कोविड ICU भी तैयार है।
प्रशासन की तैयारियां और चुनौतियां
पिछले दो दिनों में 6 नए मामले (3 रायपुर, 3 दुर्ग) सामने आने के बाद प्रशासन हाई अलर्ट पर है। शासकीय अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में स्टाफ को सैंपल कलेक्शन से लेकर इलाज तक की ट्रेनिंग दी जा रही है, और मॉक ड्रिल भी आयोजित की गई हैं। हालांकि, DKS अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट हेमंत शर्मा ने बताया कि उन्हें कोविड को लेकर कोई विशेष एडवाइजरी नहीं मिली है, जिसके कारण वहां टेस्टिंग शुरू नहीं हुई है।
ऑक्सीजन प्लांट की समस्या
रायपुर में कोविड मामलों की बढ़ती संख्या के बीच ऑक्सीजन आपूर्ति एक बड़ी चुनौती बन सकती है। पीएम केयर फंड से बने DKS, आयुर्वेदिक कॉलेज, और अंबेडकर अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट बंद पड़े हैं। DKS में मौजूदा प्लांट केवल 60% डिमांड पूरी कर पा रहा है, और बाकी 40% के लिए निजी सिलेंडरों पर निर्भरता है। एक जंबो सिलेंडर की कीमत 300-400 रुपये है, जो केवल 4-5 मिनट चलता है। कोविड मामलों में अचानक वृद्धि होने पर यह व्यवस्था अपर्याप्त साबित हो सकती है।
देश में स्थिति और सावधानियां
देशभर में JN.1 वैरिएंट के 6,491 मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें 65 मौतें हुई हैं, और 6,861 मरीज ठीक हो चुके हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इस वैरिएंट का फैटैलिटी रेट केवल 2% है, जो पहले के वैरिएंट्स की तुलना में कम खतरनाक है। फिर भी, स्वास्थ्य विभाग ने सर्दी-खांसी और इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षण (ILI/SARI) वाले मरीजों की तत्काल स्क्रीनिंग और कोविड टेस्टिंग के निर्देश दिए हैं। जरूरत पड़ने पर सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए AIIMS, रायपुर भेजे जाएंगे। मितानिनों को समुदाय स्तर पर लक्षणों की निगरानी और रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट कराने और मास्क व सामाजिक दूरी का पालन करने की अपील की है। उच्च जोखिम वाले समूहों—जैसे बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, और डायबिटीज, कैंसर, या थैलेसीमिया के मरीजों—को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।