बालोद: जंगली सूअर का मांस बेचने की कोशिश, दुर्ग के दो युवक वन विभाग की गिरफ्त में, मांस जांच के लिए जबलपुर भेजा

राजेंद्र देवांगन
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बालोदछत्तीसगढ़ के बालोद जिले में नारागांव जंगल के पास दो युवकों को जंगली सूअर का मांस बताकर मटन बेचने की कोशिश करते हुए वन विभाग ने पकड़ा है। दुर्ग जिले के पाउवारा गांव के दमेश देवार (33) और गोलू ठाकुर (21) को हिरासत में लिया गया है। उनके पास से 20 किलो मांस और एक मोटरसाइकिल जब्त की गई है। मांस की जांच के लिए सैंपल जबलपुर लैब भेजे गए हैं।

क्या है मामला?
सोमवार सुबह बालोद जिला मुख्यालय से 24 किमी दूर नारागांव जंगल में दोनों युवक काले पॉलीथिन में पैक मांस बेचते नजर आए। राहगीरों को उन्होंने मांस को जंगली सूअर का मटन बताया। संदिग्ध गतिविधियां देखकर ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। गुरुर वन परिक्षेत्र की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों को धर दबोचा। पूछताछ में पता चला कि युवक दुर्ग के पाउवारा से बाइक पर मांस के एक-एक किलो के पैकेट लेकर नारागांव आए थे।

मांस की जांच होगी
वन विभाग के एसडीओ डिम्पी बैस और रेंजर हेमलता उइके ने बताया कि यह पुष्टि करने के लिए कि मांस जंगली सूअर का है या पालतू, पशु चिकित्सा विभाग की मदद से सैंपल लिए गए हैं। इन्हें जबलपुर की लैब में जांच के लिए भेजा गया है। अगर मांस जंगली सूअर का पाया गया, तो दोनों आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत सख्त कार्रवाई होगी। फिलहाल प्रारंभिक जांच जारी है।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
छत्तीसगढ़ में जंगली जानवरों का शिकार और मांस बेचने के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। मार्च 2024 में बलौदाबाजार में चार लोगों को जंगली सूअर का मांस और अन्य जानवरों की खाल के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसी तरह, फरवरी 2025 में धमतरी में तीन शिकारियों को पोटाश बम से जंगली सूअर का शिकार करते पकड़ा गया था। इन घटनाओं से वन्यजीव संरक्षण पर बढ़ते खतरे की चिंता बढ़ रही है।

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राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)