कोरबा: अवैध शराब जब्ती पर ग्रामीणों का पुलिस घेराव, तनाव के बाद CSP ने संभाला मोर्चा

राजेंद्र देवांगन
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कोरबा (छत्तीसगढ़): कोरबा जिले के उरगा थाना क्षेत्र के बेचुल भाटा गांव में अवैध शराब पर कार्रवाई करने पहुंची पुलिस टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। जब पुलिस एक ग्रामीण के घर से लगभग साढ़े चार लीटर महुआ शराब जब्त कर रही थी, तभी महिलाओं और बच्चों सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने पुलिस को घेर लिया, जिससे क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति बन गई।

कोरबा जिले के उरगा थाना क्षेत्र के बेचुल भाटा गांव में बुधवार को उस समय अप्रत्याशित स्थिति निर्मित हो गई, जब पुलिस टीम अवैध शराब पर कार्रवाई करने पहुंची। जानकारी के अनुसार, पुलिस टीम गांव के एक ग्रामीण के घर से लगभग साढ़े चार लीटर महुआ शराब जब्त कर रही थी। इसी दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, एकत्रित हो गए और पुलिस कार्रवाई का विरोध करने लगे।
ग्रामीणों ने पुलिस टीम को घेर लिया, जिससे मौके पर तनावपूर्ण माहौल बन गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने तुरंत उच्च अधिकारियों को सूचित किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि आबकारी और पुलिस विभाग के कर्मचारी गांवों में थोड़ी मात्रा में भी शराब मिलने पर उसे बढ़ा-चढ़ाकर दिखाते हैं। इसके साथ ही, ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि कार्रवाई न करने के एवज में विभाग के लोग मोटी रकम की मांग करते हैं। इन आरोपों ने ग्रामीणों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया था, जो बुधवार को पुलिस कार्रवाई के दौरान खुलकर सामने आया।

घटना की सूचना मिलते ही कोरबा के नगर पुलिस अधीक्षक (CSP) भूषण एक्का अपनी टीम के साथ तत्काल बेचुल भाटा गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से शांतिपूर्वक बातचीत की और उन्हें शांत करने का प्रयास किया। CSP भूषण एक्का ने बताया कि ग्रामीणों के साथ बातचीत के बाद स्थिति अब नियंत्रण में है और आगे की कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों की शिकायतों पर भी ध्यान देने का आश्वासन दिया है।
इस घटना ने अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई के दौरान ग्रामीणों के विरोध की एक नई तस्वीर पेश की है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस और आबकारी विभाग भविष्य में इस तरह की स्थितियों से निपटने के लिए क्या रणनीति अपनाते हैं।

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राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)