रायगढ़, 20 अप्रैल 2025: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में हाथियों का दल लगातार उत्पात मचा रहा है। रविवार को धरमजयगढ़ वन मंडल के आमगांव परिसर में 10-12 हाथियों का समूह, जिसमें शावक भी शामिल थे, रेलवे ट्रैक पार कर जंगल के कक्ष क्रमांक 368 RF से 369 RF में प्रवेश कर गया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें हाथी रेलवे ट्रैक पार करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
18 किसानों की फसल नष्ट
शनिवार देर रात हाथियों ने धरमजयगढ़ और रायगढ़ वन मंडल के कई गांवों में धान की फसलों को रौंदकर भारी नुकसान पहुंचाया। प्रभावित गांवों में धरमजयगढ़ के शेरबंद, मेढरमार, प्रेमनगर, लामबहरी (8 किसान), सिंगहीझाप (4 किसान), सोहनपुर (2 किसान) और रायगढ़ वन मंडल के डेहरीडीह (4 किसान) शामिल हैं।
हाथी मित्र दल और ड्रोन से निगरानी
वन विभाग और हाथी मित्र दल ड्रोन और ट्रैकर की मदद से लगातार निगरानी कर रहे हैं। धरमजयगढ़ एसडीओ बाल गोविंद साहू ने बताया कि हाथियों के ट्रैक पार करने के बाद प्रेमनगर, दुलियामुड़ा, कोयलार और बीजापतरा के आसपास के गांवों में सतर्कता के लिए मुनादी कराई गई है। ग्रामीणों को सतर्क रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
जिले में 146 हाथियों की मौजूदगी
रायगढ़ के जंगलों में वर्तमान में कुल 146 हाथी विचरण कर रहे हैं, जिनमें धरमजयगढ़ वन मंडल में 119 और रायगढ़ वन मंडल में 27 हाथी शामिल हैं। इनमें 45 नर, 69 मादा और 32 शावक हैं। वन विभाग का दावा है कि ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
फसल नुकसान पर मुआवजा प्रावधान
फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार और वन विभाग के नियमों के तहत मुआवजा प्रदान किया जाता है। वर्तमान में प्रति एकड़ ₹9,000 की दर से मुआवजा निर्धारित है, जो 33% से अधिक नुकसान पर दिया जाता है।
हाल ही में छत्तीसगढ़ राज्य वन्यजीव बोर्ड के सदस्य गोपाल अग्रवाल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, वन मंत्री और वित्त मंत्री को पत्र लिखकर यह मुआवजा राशि ₹50,000 से ₹55,000 प्रति एकड़ करने और भुगतान को तीन माह की समयसीमा में पूरा करने का सुझाव दिया है।
मुआवजा प्रक्रिया के तहत पहले सरपंच से प्रभावित किसान की पहचान कराई जाती है, फिर पटवारी रकबा सत्यापित करता है। इसके बाद वन परिक्षेत्राधिकारी नुकसान का आकलन करता है और फाइल डीएफओ (वन मंडलाधिकारी) के पास भेजी जाती है। मुआवजा चेक के माध्यम से दिया जाता है।
हालांकि, अतीत में सारंगढ़ रेंज में किसानों को 1 से 5 रुपये तक का बेहद कम मुआवजा दिए जाने के मामले सामने आ चुके हैं, जिस पर तीखी आलोचना हुई थी। ऐसे में प्रभावित किसानों को त्वरित और उचित मुआवजा दिलाने की मांग उठ रही है।
गोमर्डा अभयारण्य में हाथियों की मस्ती
रायगढ़ से सटे सारंगढ़ जिले के गोमर्डा अभयारण्य में 27 हाथियों का दल पानी और चारे की उपलब्धता के चलते रुका हुआ है। गर्मी से राहत पाने के लिए हाथी तालाबों में डुबकी लगा रहे हैं। एक वायरल वीडियो में एक हाथी को सिर नीचे और पैर ऊपर कर तालाब में मस्ती करते हुए देखा जा सकता है। इसी अभयारण्य में चीतल और बायसन भी पानी पीने पहुंच रहे हैं, जिससे यह इलाका पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।