रायपुर। कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम में बगावत कर जीते निर्दलीय पार्षद आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष क्या बनाया, पार्टी के अंदर भूचाल आ गया है। पहले से घोषित नेता प्रतिपक्ष संदीप साहू और उनके समर्थकों ने पार्टी के इस फैसले के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
गुरुवार को नाराज कार्यकर्ता और संदीप साहू के समर्थकों ने कांग्रेस जिला कार्यालय राजीव भवन पहुंचकर ज़ोरदार हंगामा किया। इसी बीच शहर जिला कांग्रेस के संयुक्त महामंत्री लीलाधर साहू ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
पहले हुआ था ऐलान, फिर बदला फैसला
जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले ही संदीप साहू को पीसीसी पर्यवेक्षक प्रतिमा चंद्राकर की मौजूदगी में रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष घोषित किया गया था। सभी पार्षदों और विधायकों की सहमति के बाद नगर निगम कमिश्नर को लेटर भी भेजा गया था।
लेकिन बुधवार देर रात कांग्रेस ने अचानक नया आदेश जारी कर दिया, जिसमें आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष और जयश्री नायक को उप नेता प्रतिपक्ष बना दिया गया।
“बगावत का इनाम मिल रहा है!” – संदीप साहू का फटकार
इस फैसले से खफा संदीप साहू ने कहा, “मैं पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता हूं, लेकिन पार्टी ने एक ऐसे नेता को इनाम दे दिया जो टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ गया। क्या अब बगावत ही वफादारी से ज्यादा अहम है?”
“फैसला वापस नहीं हुआ तो सड़कों पर उतरेंगे” – लीलाधर साहू
इस्तीफा देने वाले लीलाधर साहू ने चेतावनी दी कि अगर यह फैसला वापस नहीं हुआ, तो साहू समाज और कांग्रेस कार्यकर्ता मिलकर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने इसे समाज और संगठन दोनों का अपमान बताया।
पार्टी में वापसी, फिर सीधा पद – आकाश तिवारी का सफर
आकाश तिवारी को कांग्रेस से टिकट नहीं मिला था, उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी। इसके बाद पार्टी ने उन्हें बाहर कर दिया था। लेकिन हाल ही में सचिन पायलट के छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान उनकी वापसी हुई, और अब पार्टी ने उन्हें विपक्ष का नेता बना दिया है।

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