दुर्ग एसपी ने एसीसीयू (क्राइम ब्रांच) में पदस्थ दो प्रधान आरक्षक और जामुल थाने में पदस्थ एक आरक्षक को किया सस्पेंड

राजेन्द्र देवांगन
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दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने एसीसीयू (क्राइम ब्रांच) में पदस्थ दो प्रधान आरक्षक और जामुल थाने में पदस्थ एक आरक्षक को सस्पेंड किया है। तीनों को सस्पेंशन अवधि में पुलिस लाइन अटैच किया गया है।

एसपी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक एसीसीयू टीम के द्वारा गांजा के प्रकरण में एक कार्रवाई की गई थी। उस कार्रवाई में वहां पदस्थ प्रधान आरक्षक शगीर अहमद खान और अजय गहलोत की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी। जब इस मामले की शिकायत दुर्ग एसपी से की गई तो उन्होंने दोनो प्रधान आरक्षकों को नोटिस दिया।

नोटिस का सही जवाब ना दे पाने और गांजा के प्रकरण में आरोपियों को लाभ पहुंचाने की संदिग्ध भूमिका नजर आने पर एसपी जितेंद्र शुक्ला ने 11 मार्च को दोनों को सस्पेंड कर दिया।

महिला से मारपीट के मामले में सिपाही सस्पेंड

इधर जामुल थाने में पदस्थ तरुण देशलहरे को भी दुर्ग एसपी ने 10 मार्च को सस्पेंड किया है। सस्पेंशन आदेश से मिली जानकारी के मुताबिक 8 मार्च को पायल पिता बलदाऊ (32 साल) निवासी उमरपोटी ने तरुण देशलहरे के खिलाफ उसके साथ मारपीट का मामला दर्ज कराया था। जामुल थाने में सिपाही तरुण देशलहरे के खिलाफ धारा 296, 115(2) और 351(2) के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद उसके खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई की गई।

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