आचार्य विद्यासागर महाराज के प्रथम समाधि स्मृति दिवस पर डोंगरगढ़ में भव्य आयोजन
डोंगरगढ़। आचार्य विद्यासागर महाराज के प्रथम समाधि स्मृति दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी पर्वत पर भव्य समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने समारोह में शिरकत की। अमित शाह ने आचार्य विद्यासागर महाराज के समाधि स्मारक का भूमिपूजन किया और आचार्यश्री के चांदी के फोटो व अष्टधातु से बने चरणों का अनावरण भी किया।
स्मारक निर्माण और विशेष आयोजन
राजकट्टा में चंद्रगिरी पर्वत के किनारे साढ़े चार एकड़ भूमि पर 54 फीट ऊंचे समाधि स्मारक का निर्माण किया जाएगा। समारोह के दौरान सुबह मंगलाष्टक, अभिषेक, शांतिधारा पूजन, आचार्य छत्तीसी विधान और विश्वशांति महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस दौरान आचार्यश्री के 108 चरण चिह्नों का लोकार्पण भी किया गया।
100 रुपये का विशेष सिक्का और डाक कवर का अनावरण
समाधि स्मारक समिति विद्यायतन के पदाधिकारियों के अनुसार, आचार्य विद्यासागर महाराज के सम्मान में 100 रुपये का विशेष सिक्का जारी किया जाएगा, जिसका वजन 35 ग्राम होगा। सिक्के के एक पक्ष पर ध्यानमग्न आचार्यश्री की छवि होगी और दूसरे पक्ष पर सत्यमेव जयते के साथ अशोक स्तंभ अंकित रहेगा। इसके अलावा, डाक विभाग ने आचार्यश्री के नाम पर एक विशेष कवर पेज भी जारी किया है।
होलोग्राम स्टैच्यू और चरण चिह्नों का वितरण
54 फीट ऊंचे समाधि स्मारक के साथ एक म्यूजियम और आचार्य विद्यासागर महाराज का होलोग्राम स्टैच्यू भी स्थापित किया जाएगा। आचार्यश्री के अष्टधातु से निर्मित 100 किलो वजनी चरण चिह्न देशभर के विभिन्न मंदिरों में भेजे जाएंगे।
देशभर के जैन संतों की उपस्थिति
समारोह में निर्यापक मुनि समता सागर महाराज, आगम सागर, पुनित सागर महाराज और ऐलक धैर्य सागर महाराज सहित देशभर के जैन संतों ने भाग लिया। आचार्य विद्यासागर महाराज ने 18 फरवरी 2024 को चंद्रगिरी तीर्थ में समाधि ली थी और हिंदू पंचांग के अनुसार उनके प्रथम समाधि दिवस पर यह आयोजन किया गया।
मां बम्लेश्वरी के दर्शन
भूमिपूजन और अनावरण कार्यक्रम के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मां बम्लेश्वरी के दर्शन भी किए, जिससे कार्यक्रम की गरिमा और आध्यात्मिक महत्व और बढ़ गया।
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