रायपुर: छत्तीसगढ़ में 750 करोड़ रुपये से अधिक के चिकित्सा उपकरण और रसायन खरीद घोटाले का खुलासा हुआ है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और चार निजी कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई
➡️ छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (CGMSCL) और स्वास्थ्य सेवा विभाग के निदेशालय की भूमिका संदिग्ध।
➡️ दुर्ग की मोक्षित कॉर्पोरेशन, सीबी कॉर्पोरेशन, रिकॉर्ड्स एंड मेडिकेयर सिस्टम (हरियाणा) और रायपुर की श्री शारदा इंडस्ट्रीज जांच के घेरे में।
➡️ 22 जनवरी को FIR दर्ज की गई, हालांकि अभी किसी व्यक्ति का नाम सामने नहीं आया है।
छापेमारी में मिले अहम दस्तावेज
🔹 सोमवार को छत्तीसगढ़ और हरियाणा में 12 से अधिक स्थानों पर छापेमारी।
🔹 महत्वपूर्ण दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बैंक खातों की जानकारी जब्त।
🔹 संभावित वित्तीय अनियमितताओं की गहन जांच जारी।
हमर लैब परियोजना में घोटाले के आरोप
📌 2021 में कांग्रेस सरकार के दौरान हमर लैब परियोजना के तहत चिकित्सा उपकरण और मशीनों की खरीद के आदेश दिए गए थे।
📌 FIR में इन खरीद प्रक्रियाओं में अनियमितताओं का आरोप।
📌 अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) इस मामले की जांच कर रहे हैं।
क्या आगे हो सकती है कार्रवाई?
➡️ जल्द ही कई अधिकारियों और कंपनियों के निदेशकों से पूछताछ संभव।
➡️ नए खुलासों के साथ और भी बड़े नाम जांच के दायरे में आ सकते हैं।
➡️ राज्य सरकार ने घोटाले की जांच को लेकर पूरी सख्ती बरतने के संकेत दिए हैं।
इस घोटाले से जुड़ी जांच अभी जारी है, और आने वाले दिनों में इस पर और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है।
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