सुकमा -छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में CRPF के एक कुत्ते के द्वारा खुद की जिंदगी दांव पर लगाकर जवानों की जान बचाने की खबर सामने आ रही है। अधिकारियों ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सुकमा जिले में नक्सल विरोधी गश्त के दौरान जवानों के साथ गया CRPF का एक कुत्ता IED विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्होंने बताया कि कुत्ते ने खुद की कीमत पर CRPF के कई जवानों की जान बचा ली। अधिकारियों ने बताया कि सुकमा जिले के छिनागेलुर गांव के पास बुधवार दोपहर करीब डेढ़ बजे हुए विस्फोट में 3 साल के ‘बेल्जियन शेफर्ड ट्रैकर’ नर कुत्ते ‘एंड्रो’ के दाहिने पैर में फ्रैक्चर हो गया।
‘कुत्ते ने बचाई अल्फा कंपनी के जवानों की जान’
अधिकारियों ने बताया कि कुत्ते ने खुद घायल होकर नक्सल विरोधी अभियान के तहत इलाके में गश्त कर रहे 229वीं बटालियन की ‘अल्फा’ कंपनी के जवानों की जान बचा ली। उन्होंने बताया कि पास के बीजापुर जिले में ‘एंड्रो’ का इलाज किया जा रहा है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल यानी कि CRPF और अन्य सुरक्षा बल विभिन्न राज्यों के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में अभियानों में IED का पता लगाने के लिए प्रशिक्षित कुत्तों का बड़े पैमाने पर उपयोग करते हैं। बता दें कि इसके पहले भी कई ऐसे मौके आए हैं जब कुत्तों की वजह से जवानों की जिंदगी मौत के बिल्कुल पास से होकर गुजर गई।
नारायणपुर जिले में हुई थी एक ऐसी ही घटना
फरवरी 2023 में सूबे के नारायणपुर जिले में एक ऐसी ही घटना सामने आई थी जब एक कुत्ते ने खुद की जान देकर कई जवानों को मौत के मुंह में जाने से बचा लिया था। नारायणपुर में बम की चपेट में आने से ITBP के एक जवान को मामूली चोट आई थी जबकि कुत्ते की जान चली गई थी। अधिकारियों ने बताया था कि नारायणपुर जिले के धनोरा थाना क्षेत्र में प्रेशर बम की चपेट में आने से ITBP के जवान मनोज यादव को मामूली चोट आई थी। खास बात यह है कि वह कुत्ता अक्सर गांव से आता था और जवान उसे थोड़ा बहुत खाना दे देते थे। घटना के दिन जब उसने बम देखा तो उस पर जाकर बैठ गया और ब्लास्ट में उसकी जान चली गई।
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