गौरेला पेंड्रा मरवाही: मध्यप्रदेश से आई बाघिन एक बार फिर छत्तीसगढ़ की सीमा में प्रवेश कर गई है। यह बाघिन 16 दिसंबर 2024 तक छत्तीसगढ़ के विभिन्न जंगलों में घूमते हुए गौरेला पेंड्रा मरवाही, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर और कोरिया वन मंडल तक पहुंची। बाघिन ने इस दौरान मवेशियों को अपना शिकार बनाया और अपनी चहलकदमी से गांवों में दहशत फैला दी।
16 दिसंबर को बाघिन को वन विभाग ने रेस्क्यू किया और उसे मध्यप्रदेश के अनाचकमार टाइगर रिजर्व में छोड़ दिया। लेकिन अब वह फिर से गौरेला पेंड्रा मरवाही क्षेत्र में वापस लौट आई है। बाघिन के आने के बाद वन विभाग ने अलर्ट जारी किया है और कैमरे तथा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के माध्यम से उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
बाघिन की लोकेशन और गांवों में अलर्ट
बाघिन वर्तमान में खोडरी वन परिक्षेत्र के बम्हनी गांव के पास देखी गई है, जिसके कारण 6 से ज्यादा गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है और जंगल में जाने से मना किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। वन विभाग लगातार बाघिन की लोकेशन का ट्रैक कर रहा है।
यह घटना वन विभाग के लिए एक चुनौती पेश करती है, और क्षेत्र के गांवों में बाघिन की मौजूदगी के कारण अब तक की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जा रहा है।