मुकबधिर महिला से गैंगरेप कर बनाया VIDEO: मुंगेली में नहाने के दौरान बाइक पर बैठाकर ले गए 3 युवक, बारी-बारी से किया दुष्कर्म

राजेन्द्र देवांगन
3 Min Read

मुंगेली में मुकबधिर महिला से गैंगरेप, वीडियो भी बनाया: तीन आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा

छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है, जहां तीन युवकों ने एक मुकबधिर (मंदबुद्धि) महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना का वीडियो बनाकर आरोपियों ने उसे ब्लैकमेल करने की भी कोशिश की। स्थानीय ग्रामीणों की सतर्कता के कारण तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

घटना का विवरण

यह जघन्य अपराध जरहागांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत 19 दिसंबर को हुआ।

  • महिला नहाने के लिए गई थी:
    • शाम करीब 4 बजे पीड़िता नहाने के लिए घर से निकली थी।
    • देर रात तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की।
  • आरोपी बाइक पर बैठाकर ले गए:
    • पड़ियाइन गांव के तीन युवक, राजू टंडन (22), बिरीज रात्रे (30), और जलेश कुमार रात्रे (21), महिला को बाइक पर बैठाकर अमलीकापा खार ले गए।
    • वहां उन्होंने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया और घटना का वीडियो भी बनाया।

ग्रामीणों की मदद से आरोपियों की गिरफ्तारी

गांव वालों को इस घटना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

  • पुलिस कार्रवाई:
    • पीड़िता की मां की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया।
    • 20 दिसंबर को पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
    • उन्हें ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

कानूनी कार्रवाई और धाराएं

पुलिस ने इस मामले में गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।

  • धाराएं:
    • धारा 137 (2), 140 (4), 64(2)(k), 70 बीएनएस।
  • पीड़िता का मेडिकल चेकअप और बयान:
    • महिला का मेडिकल परीक्षण कराकर उसका बयान दर्ज किया गया।
    • बयान के आधार पर आगे की जांच की जा रही है।

समाज के लिए एक गंभीर सवाल

यह घटना समाज में महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। विशेष रूप से संवेदनशील और विकलांग व्यक्तियों के प्रति ऐसी घटनाएं शर्मनाक हैं। प्रशासन और समाज दोनों की जिम्मेदारी है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।

निष्कर्ष

इस अमानवीय घटना ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। साथ ही, महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों की सुरक्षा के लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।

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