जांजगीर: जिला कांग्रेस कमेटी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन जिला कांग्रेस के कार्यकारी जिला अध्यक्ष रमेश पैगवार के नेतृत्व में आयोजित किया गया। प्रदर्शनकारी जांजगीर में स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष एकत्र हुए और कैंडल जलाकर अपना विरोध दर्ज किया।
प्रदर्शन के मुख्य बिंदु
- कैंडल मार्च: प्रदर्शनकारियों ने शांति और एकता का संदेश देते हुए कैंडल जलाए और सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की।
- भाजपा शासन की नीतियों की आलोचना: कांग्रेस पदाधिकारियों ने भाजपा शासन के दौरान देश में बढ़ते अपराध, असुरक्षा, और प्रशासनिक विफलताओं को लेकर गंभीर आरोप लगाए।
- लोकतंत्र पर खतरे की बात: प्रदर्शनकारियों का कहना था कि मौजूदा केंद्र सरकार की नीतियां लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ हैं। उन्होंने गृह मंत्रालय को देश में कानून व्यवस्था की खराब स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया।
रमेश पैगवार का वक्तव्य
कार्यकारी जिला अध्यक्ष रमेश पैगवार ने कहा, “देश के वर्तमान हालात बेहद चिंताजनक हैं। अपराध दर में वृद्धि और जनता की सुरक्षा में कमी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री जिम्मेदार हैं। ऐसे में उनका पद पर बने रहना अनुचित है। हम उनके तत्काल इस्तीफे की मांग करते हैं।”
जनता की भागीदारी
इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने हिस्सा लिया। सभी ने एक स्वर में गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग की और कहा कि यह प्रदर्शन जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाने का माध्यम है।
आगे की योजना
जिला कांग्रेस कमेटी ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे राज्य स्तर पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
स्थानीय पुलिस का बयान
प्रदर्शन के दौरान स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर रखी थी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ और कहीं भी कानून-व्यवस्था की समस्या नहीं आई।
निष्कर्ष
जांजगीर में आयोजित यह प्रदर्शन केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय की नीतियों के खिलाफ जनता की बढ़ती नाराजगी का संकेत है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक वे संघर्ष जारी रखेंगे।