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अधिवक्ता के खिलाफ हुई शिकायत…..कूटरचना करके रोड रास्ता की भूमि पर बवाल….रकबे को खसरा नंबर 486 के भाग में बैठाने का मामला….फर्जी चौहददी बनाकर रजिस्ट्री कर मकान बनाने की शिकायत….PM से लेकर तहसीलदार तक के पास हुई शिकायत

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अधिवक्ता के खिलाफ हुई शिकायत…..कूटरचना करके रोड रास्ता की भूमि पर बवाल….रकबे को खसरा नंबर 486 के भाग में बैठाने का मामला….फर्जी चौहददी बनाकर रजिस्ट्री कर मकान बनाने की शिकायत….PM से लेकर तहसीलदार तक के पास हुई शिकायत

बिलासपुर। दरसल शिकायतकर्ता ने आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है,और जांच करने की मांग की है,इसमे शिकायतकर्ता ने बारीकी से जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है, आपको बता दे शिकायतकर्ता राहुल यादव पिता स्व. रमाशंकर यादव निवासी राजेन्द्र नगर बिलासपुर हूं । महोदय प्रकाश सिंह के खिलाफ शासकीय दस्तावेजों में सांठ गांठ करके मिलीभगत करके कूटरचना करके रोड रास्ते के रकबे को दूसरे खसरा नंबर में बैठाकर फर्जी चौहददी बनाकर रजिस्ट्री करवाया गया एवं शासकीय अधिकारियों से मिलीभगत करके नामांतरण करवाकर फर्जीवाड़ा को अंजाम दिया गया है जिसके खिलाफ मैं राजस्व टीम बनाकर जांच करने की मांग करता हूं एवं श्री प्रकाश सिंह के खिलाफ सुसंगत धाराओं में अपराध पंजीबद्ध करने हेतु निम्नानुसार शिकायत पत्र प्रस्तुत करता हूं : 1. यह कि प्रकाश सिंह का वर्तमान में मकान खसरा नंबर 490/2 ग्राम मोपका, प.ह.नं. 29, रा.नि.मं.

मोपका तहसील बिलासपुर जिला बिलासपुर छ.ग. में दर्ज है।

2. यह कि परंतु प्रकाश सिंह का जमीन एवं मकान मोपका के ही खसरा नंबर 486 के भाग पर स्थित है। मौका कब्जा एवं अभिलेख में पर्याप्त भिन्नता है।

3. यह कि प्रकाश सिंह का मकान खसरा नंबर 486 में स्थित है। जबकि उन्होने रजिस्टी खसरा नंबर 490 के भाग में करवाया है।

4. यह कि प्रकाश सिंह स्वंय विद्वान अधिवक्ता है और कई कई लोगों के जमीन संबंधित मामलों में खुद पैरवी करते है तो फिर खुद के मकान में ऐसा गलती कैसे कर सकते है कि खसरा नंबर कहीं और का और मौका कब्जा कहीं और का। या तो उन्होने जानबूझकर ऐसा किया होगा। 5. यह कि प्रकाश सिंह ने यह अपराधिक कृत्य जानबूझकर किया है उन्होने तत्कालीन तहसीलदार, पटवारी, रजिस्टार से मिलकर एक राय होकर सांठगांठ करके खसरा नंबर 490 के भाग जो कि

रोड रास्ते की भूमि थी उसे दक्षिण दिशा के खसरा नंबर 486 के भाग में बैठाकर फर्जी चौहददी

बनाकर पंजीयन करवाया। फिर इन्ही अधिकारियों से मिलकर सांठगांठ करके नामांतरण भी करवाया लिया। 6. यह कि प्रकाश सिंह स्वंय अधिवक्ता है और कानून के जानकार है लेकिन जब अपने मकान निर्माण की बात आई तो उन्होने मकान का नक्शा भी पास नहीं करवाया। और यदि पास करवाया होगा तो उन्होने नगरनिगम / ग्राम पंचायत से विधिवत नक्शा भी पास नहीं करवाया। और यदि करवाया भी होगा जो कि मुझे ज्ञात नहीं है तो भी मकान को स्वीकृत नक्शे के विपरीत बनाया है जबकि वह

स्वंय जानकार विद्वान अधिवक्ता है। 7. प्रकाश सिंह ने अपने जमीन का डायवर्सन करवाया है या नहीं। इसकी जानकारी मुझे नहीं है। कृपया जांच करने का कष्ट करें।

महोदय मैं निम्नांकित विभाग से निम्नानुसार कार्यवाही हेतु सादर निवेदन करता हूं कि :

राजस्व विभाग :

1. प्रकाश सिंह का जमीन किस खसरा नंबर में है और किस खसरा नंबर का उसने पंजीयन और नामांतरण करवाया है इसका जांच राजस्व अमले का टीम गठन करके विस्तृत सूक्ष्म जांच करने का कष्ट करें। यदि मेरी शिकायत सही पाई जाती है तो नियमानुसार नामांतरण निरस्त करने की कार्यवाही के साथ साथ सक्षम राजस्व अधिकारी के द्वारा संबंधित थाने में संबंधित एवं संबंधितों के

विरूद्ध सुसंगत धाराओं में अपराध पंजीबद्ध करवाने का कष्ट करें।

नगरनिगम बिलासपुर :

1. प्रकाश सिंह के मकान के निर्माण एरिया का जांच किया जावे। यदि नक्शा पास करवाये होंगे और विपरीत निर्माण कियें होंगे तो बुलडोजर चलवाया जावे। यदि नक्शा पास नहीं करवाये होंगे तो नगर निगम की संबंधित धाराओं में नियमानुसार कार्यवाही करने का कष्ट करें।

पुलिस विभाग बिलासपुर

1. महोदय राजस्व विभाग के जांच रिपोर्ट में यह साबित हो जाता है कि प्रकाश सिंह ने रजिस्ट्री दूसरे जमीन का करवाया है जिसमें खसरा नंबर दूसरा है और मौका कब्जा दूसरा है तो कृपया जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रकाश सिंह के खिलाफ संबंधित अपराधिक गैरजमानतीय धाराओं में अपराध पंजीबद्ध करने का कष्ट करें।

2. शासकीय दस्तावेज में एकराय होकर मिलीभगत कर सांठगांठ कर कूटरचना छेड़छाड़, फर्जी दस्तावेज तैयार करवाने के आरोप में प्रकाश सिंह एवं अन्य संबंधित के खिलाफ सुसंगत धाराओं में अपराध पंजीबद्ध करने का कष्ट करें।

आयकर विभाग बिलासपुर 1. प्रकाश सिंह के खिलाफ इस भूमि के पंजीयन दिनांक से आज दिनांक तक इनकम टैक्स रिटर्न

फाईल एवं चलअचल संपत्ति का डाटा का जांच करवाया जाये कि इन्होने आज दिनांक तक इन्कम टैक्स रिटर्न कितना चोरी किया है और क्या क्या जानकारी छिपायी है।

महोदय से विनम्र निवेदन है कि न्यायसंगत शीघ्र कार्यवाही नहीं होने की दशा में मैं माननीय उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ की शरण में जाने हेतु बाध्य रहूंगा। अतः आपसे न्याय की आशा में आपके शरण में आया हूं।

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