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हिंदू नववर्ष पर बिलासपुर में निकली विशाल शोभायात्रा, शहरवासियों ने की फूलों की वर्षा.. हजारों की संख्या में लोग यात्रा में पहुंचे..!

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हिंदू नववर्ष पर बिलासपुर में निकली विशाल शोभायात्रा, शहरवासियों ने की फूलों की वर्षा..!
हिंदू नव वर्ष संवत्सर 2081 पर बिलासपुर में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। हिंदू नव वर्ष आयोजन समिति के इस आयोजन में पारंपरिक भगवा वस्त्रों में हजारों की संख्या में सनातनी सम्मिलित हुए। दोपहर बाद पुलिस मैदान से शोभायात्रा की शुरुआत हुई। चौक-चौराहों को तोरण वंदनवार से करीने से सजाया गया था। एक चौक की क्या बात कहें। पूरा शहर भगवा रंग में रंगा हुआ था। शहर का ऐसा कोई कोना नहीं, ऐसा कोई चौक-चौराहा नहीं जो हिंदू नववर्ष के आगमन की कहानी न बयान कर रहा हो। जिधर नजर जा रही थी वहीं उल्लासपूर्ण माहौल नजर आ रहा था।
आयोजकों ने शहर को भव्य स्वरूप दे दिया था। त्योहार का माहौल सुबह से ही बन गया था। इसमें चार चांद लगाने का काम मोहल्ले के युवा से लेकर बेटियों ने किया। दोपहर होते-होते मोहल्लों में डीजे और पारंपरिक वाद्ययंत्र बजना शुरू हो गया था। माहौल पूरी तरह धार्मिक हो चला था। जहां तक सुनाई देती थी जय श्रीराम के नारे ही लग रहे थे। दोपहर बाद जो माहौल बना देर रात तक कायम रहा। आयोजकों ने शोभायात्रा का आयोजन किया था। इसके लिए पुलिस मैदान को प्रमुख स्थल के रूप में चयन किया था।
तय समय में आयोजकों और शहरवासियों की भीड़ एकसाथ शोभायात्रा में शामिल हुई। नयनाभिराम झांकियों, धूमाल, बैंड बाजा और अन्य पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन में यात्रा शुरू हुई। गगनभेदी नारों के बीच जब डीजे पर जय श्रीराम के नारे गूंजने लगे तब मन सुन-सुनकर गदगद हो जा रहा था। हिंदू नववर्ष की शोभायात्रा में शामिल होने शहरवासियों के उत्साह का आलम ये कि जहां जगह मिली वहीं खड़े रहे और यात्रा का मन से स्वागत करते रहे।
नयनाभिराम झांकियों ने मोहा मन
शोभायात्रा के आगे-आगे नयनाभिराम झांकिया चल रही थीं। इसमें भगवान श्रीराम, शनिदेव और अन्य देवी-देवताओं की झांकी मौजूद थी। भगवा वस्त्रों में हाथों में भगवा ध्वज लिए हजारों की संख्या में हिंदू युवा इस शोभायात्रा में शामिल हुए। हर तरफ जय श्री राम का उद्घोष सुनाई दे रहा था। शोभायात्रा में भगवान श्री राम के साथ राम भक्त हनुमान की झांकी भी आकर्षण का केंद्र रही। झांकी में हनुमानजी पैदल चलते दिखे। शोभायात्रा के आगे-आगे युवाओं की टीम सड़क पर झाड़ू लगाते चल रही थी।


इसके पीछे युवा पानी से सड़क की सिंचाई कर रहे थे।रास्ते में लगे तोरण, पताका बाधक न बने इसलिए क्रेन भी मौजूद था। पुलिस मैदान से शुरू हुई शोभायात्रा सत्यम चौक, पुराना बस स्टैंड , शिव टाकीज चौक , गांधी चौक, जूना बिलासपुर होते हुए शहर के प्रमुख चौक-चौराहों से निकली। रास्ते में अनेक स्थानों पर इस शोभायात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। जगह-जगह जल, फल मिष्ठान, जलपान शीतलपेय आदि की व्यवस्था भी की गई थी।
भीड़ ही आई नजर
शोभायात्रा में युवाओं, महिलाओं और शहरवासियों की भीड़ का आलम ये कि जहां तक नजर जा रही थी भीड़ ही भीड़ दिखाई दे रही थी। तकरीबन डेढ़ किलोमीटर तक लोगों की भीड़ ही नजर आई। भीड़ इतनी कि शहर की सड़कें छोटी पड़ गई थीं। यात्र का आकर्षण महिलाएं और बेटियां रही। पहली बार बड़ी संख्या में माताएं व बेटियों ने यात्रा में हिस्सा लिया।

जगह-जगह भव्य स्वागत
जगह-जगह व्यापारी, सामाजिक संगठनों, राजनीतिक दलों के लोगों ने स्टाल लगाकर शोभायात्रा में शामिल भगवान श्री राम की आरती उतारी। शोभायात्रा पर पुष्प वर्षा की। आतिशबाजी की गई। फल, शरबत, शीतल पेय लस्सी आदि बांटे गए। हिंदू नव वर्ष विक्रम संवत 2080 पर पूरा शहर भगवा मय हो गया।
शोभायात्रा की कुछ अविस्मरणीय पल
– तारबाहर चौक से अग्रसेन चौक तक की सड़कें लोगों से खचाखच भरी रहीं। लोगों की भीड़ के आगे सड़कें छोटी पड़ गईं।


– एक दर्जन से अधिक पावर डीजे, धूमाल, धूमाल बैंड व अलग-अलग समाज के लोगों के साथ वाद्ययंत्र की धमक सुनाई दे रही थी।
– भगवा वस्त्र में युवा व बेटियां चल रही थी। युवाओं के हाथ में अस्त्र शस्त्र थे। वे शालीनता के साथ लहरा रहे थे।
– हनुमानजी और भोलेनाथ शोभायात्रा में नृत्य करते नजर आए।
– शोभायात्रा में शामिल लोगों का जगह-जगह स्वागत सत्कार किया गया। हर जगह शहरवासी फूलों की वर्षा करते रहे।
– शोभायात्रा में धार्मिक गीतों व भजनों के अलावा महिलाएं जसगीत गा रही थीं।
सफाई पर विशेष जोर
शोभायात्रा के दौरान शहर में जगह-जगह स्टाल लगे हुए थे। स्टाल में पीने के पानी से लेकर खाद्य सामग्री भी रखी गई थी।

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