बिलासपुर संभाग प्रमुख निलेश मसीह की ख़ास ख़बर
बिलासपुर की जनता जो रोज रोज तहसील के चक्कर काट काट कर थक गई है. कभी भी तहसील कार्यालय जाईये फाइलों का अंबार लगा हुआ है.भीड़ इतनी की कोरोना भी भाग जाए। जब इतने मामले पेंडिंग थे तो इनके ज़िम्मेदार पुराने तहसीलदार गवेल के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं किया जा रहा है? शासन प्रशासन का ऐसा क्या मज़बूरी या भय है कि आम जनता के कामों से कोई सरोकार ही नहीं है.लोग हलाकान हो गए हैैं. बिलासपुर तहसील के कारण जयसिंह अग्रवाल पर उंगली उठ रही है और केवल इसलिये कि गवेल ने चार साल में हजारों नामातरंण केस को अपने झोली में दबाए रखा है.लोग केवल नामांतरण और सीमांकन को लेकर परेशान हैं. आम लोगों का काम होता रहता तो. बिलासपुर तहसील में कीतने केस पेंडिंग हो गया हैं कि आने वाले ढाई साल तक जनता को राहत की उम्मीद नहीं है और इस मुद्दे को विपक्षी पार्टी भाजपा जोर-शोर से हाथों हाथ लेने की तैयारी में है. जनता को भी जिस तरफ़ से राहत मिलेगा उसी तरफ़ जायेगी.