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Kanker News: तीन नाबालिगों को जवानों ने नक्सलियों के चंगुल से कराया रिहा, बंधक बना करवाते थे अवैध कार्य…!

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Reporter Pramila Netam

Kanker News: तीन नाबालिगों को जवानों ने नक्सलियों के चंगुल से कराया रिहा, बंधक बना करवाते थे अवैध कार्य…!

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद जवानों ने 3 नाबालिगों को नक्सलियों के चंगुल से छुड़वाया है। इनमें एक लड़की भी शामिल है। इन तीनों को नक्सलियों ने बंधक बनाकर अपने साथ रखे हुए थे। इनसे खाना बनाने, सामान उठवाने जैसे काम करवाया करते थे। मंगलवार को कांकेर पुलिस ने इसका खुलासा किया है। मामला बेठिया थाना क्षेत्र का है।

पुलिस ने बताया कि, तीनों नाबालिग बच्चे जिले के बिनागुंडा, वट्टेकाल और पुस्तेर के रहने वाले हैं। जिनकी उम्र महज 13 से 14 साल की ही है। इनसे पूछताछ करने पर बच्चों ने बताया कि नक्सलियों ने उन्हें जबरदस्ती घर से उठाया था। अपने साथ यहां-वहां लेकर घूमते थे। संगठन में शामिल करवाना चाहते थे। बच्चों को नक्सल संगठन में जुड़ने बेहद दबाव बनाया जाता है। पुलिस ने तीनों नाबालिगों का पखांजुर के सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण करवाया। फिर किशोर न्याय अधिनियम के तहत जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।

12 फरवरी को हुई थी मुठभेड़

12 फरवरी को पुलिस नक्सलियों के कोर इलाके में घुसी थी। जहां माओवादियों के बड़े कैडर्स के साथ जवानों की मुठभेड़ हुई। सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख जवान सारा सामान छोड़कर भाग निकले। इलाके में 2 बार नक्सलियों के साथ जवानों की मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में 4 नक्सलियों के घायल होने का दावा भी पुलिस ने किया है। साथ ही घटना स्थल से भारी मात्रा में जवानों ने विस्फोटक समेत अन्य सामान बरामद किया। सर्चिंग के दौरान ही ये तीनों बच्चों घटनास्थल से मिले हैं। जवानों को भारी पड़ता देख, नक्सली इन्हें छोड़कर भागे हैं।

बड़े लीडर थे मौजूद

12 फरवरी को जब जवानों का नक्सलियों से सामना हुआ था। उस दौरान विजय रेड्डी, बलदेव, सुकलाल, शंकर राव, चंदर, राजू सलाम, लोकेश सलाम जैसे बड़े नक्सली लीडर समेत 60 से ज्यादा नक्सली मौजूद थे। जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि, नक्सली किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे।

पूछताछ के बाद ग्रामीणों को रिहा किया

मुठभेड़ के बाद पुलिस ने 13 ग्रामीणों को हिरासत में लिया था। पूछताछ में नक्सलियों से संलिप्तता नहीं पाए जाने पर उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। SP शलभ सिन्हा ने बताया कि, नाबालिगों को सुरक्षित बरामद किया गया है, सभी को नक्सली जबरन संगठन में शामिल करने दबाव बना रहे थे। नक्सली ग्रामीणों को डरा-धमका रहे हैं। नक्सलियों को उनके गलत इरादों में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।

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