30 करोड़ की जमीन 3 करोड़ में बेची: फर्जी दस्तावेज और नकली फोटो के जरिए धोखाधड़ी, 9 गिरफ्तार, जानिए क्या है पूरा मामला

राजेन्द्र देवांगन
3 Min Read

30 करोड़ की जमीन 3 करोड़ में बेचने का फर्जीवाड़ा: 9 गिरफ्तार, नकली दस्तावेज और फोटो से ठगी का खुलासा

रायपुर में एक बड़ा जमीन घोटाला सामने आया है, जिसमें 30 करोड़ रुपये की जमीन को महज 3 करोड़ रुपये में बेचने का सौदा किया गया। जांच में पता चला कि सभी दस्तावेज फर्जी थे। आरोपियों ने जमीन की असली मालकिन का नाम तो सही इस्तेमाल किया, लेकिन नकली फोटो लगाकर जाली दस्तावेज तैयार किए।

ऐसे दिया गया ठगी को अंजाम

चंदनीडीह में मंजू देवी अग्रवाल नामक महिला की 4 एकड़ जमीन है, जिसकी कीमत करीब 30 करोड़ रुपये है। इस जमीन पर ठगों की नजर पड़ी। मुख्य आरोपी हरिशंकर सिंह और अमन वर्मा ने जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए। इसके बाद गरियाबंद की चेतना ठाकुर को मंजू देवी बनाकर ग्राहक के सामने पेश किया गया।

आरोपियों ने चेतना के नाम से आधार कार्ड और पैन कार्ड भी बनवा लिए। दस्तावेजों में नकली स्टांप पेपर का उपयोग किया गया, जिसे नवापारा के राकेश कंसारी के प्रिंटिंग प्रेस में छपवाया गया।

10 लाख रुपये एडवांस में वसूले

हरिशंकर के साथी रूपेश धनकर और प्रकाश यादव ने ग्राहक की तलाश शुरू की और बिलासपुर निवासी गणेश बोले से सौदा तय किया। जमीन का सौदा 3 करोड़ रुपये में तय हुआ, जिसमें 10 लाख रुपये एडवांस ले लिए गए।

अखबार में इश्तहार से हुआ खुलासा

गणेश बोले ने जमीन खरीदने से पहले अखबार में इश्तहार दिया, जिससे असली मालकिन मंजू देवी को फर्जीवाड़े का पता चला। मंजू देवी ने गणेश बोले से संपर्क किया और तुरंत आमानाका पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।

पुलिस ने 9 आरोपियों को पकड़ा

पुलिस ने जांच के बाद हरिशंकर सिंह, चेतना ठाकुर, नरेंद्र राजपूत, अरुण कुमार सरोज, रूपेश धनकर, प्रकाश यादव, राकेश कंसारी, युगल किशोर देवांगन और अमित कुमार को गिरफ्तार किया। सभी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।

निष्कर्ष
इस ठगी के दौरान आरोपियों ने बड़ी ही चालाकी से असली पहचान और नकली दस्तावेजों का उपयोग करके जमीन की धोखाधड़ी का प्रयास किया। पुलिस ने समय पर कार्रवाई कर 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया और मामले का खुलासा किया।

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