वन भूमि पर प्रार्थना भवन का निर्माण व आयोजन में कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के शामिल होने की बात को भाजपा ने प्रमुखता से उठाया व प्रार्थना भवन की आड में मतांतरण का आरोप लगाया था। मामले में विरोध प्रदर्शन होने के बाद प्रार्थना भवन का आयोजन करने वाले समुदाय के कुछ प्रतिनिधि कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के पास पहुंचे थे।
बिलासपुर। कोटा ब्लाक के बंगलाभाठा गांव में वन भूमि पर आदिवासी समुदाय द्वारा बनाए गए प्रार्थना भवन को लेकर विवाद दूसरे दिन भी गहराया रहा। भाजपा नेता प्रबल प्रताप जूदेव की ओर से चर्च की आड में मतांतरण को बढ़ाना देने का आरोप लगाया गया था। इसके बाद गठित राजस्व टीम गुरुवार को बंगलाभाठा पहुंची और आदिवासी समुदाय के लोगों से बात कर अपनी रिपोर्ट तैयार की है। टीम शुक्रवार को एसडीएम को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
वन भूमि पर प्रार्थना भवन का निर्माण व आयोजन में कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के शामिल होने की बात को भाजपा ने प्रमुखता से उठाया व प्रार्थना भवन की आड में मतांतरण का आरोप लगाया था। मामले में विरोध प्रदर्शन होने के बाद प्रार्थना भवन का आयोजन करने वाले समुदाय के कुछ प्रतिनिधि कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के पास पहुंचे थे। मामले में राजनीतिक तूल पकड़ने के बाद गुरुवार को एसडीएम युगल किशोर उर्वशा के निर्देश पर तहसीलदार व उनकी टीम मौके पर पहुंची। पुलिस की निगरानी ने जांच टीम ने प्रार्थना भवन को लेकर पूछताछ की और अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। गठित टीम शुक्रवार को अपनी जांच रिपोर्ट एसडीएम को सौंपेगी।
कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव की ओर से आदिवासी प्रार्थना घर के विवादित मामले में दिए गए बयान के विरोध में गुरुवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने रतनपुर के महामाया चौक के पास उनका पुतला दहन किया। वहीं भाजपा नेता व कोटा से विधायक प्रत्याशी रहे प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने इंटरनेट मीडिया पर अटल श्रीवास्तव के आरोपों का जवाब देते हुए उन पर मतांतरण को बढ़ावा देने का गंभीर आरोप लगाया है।
आदिवासी प्रार्थना घर विवाद को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक तनाव चरम पर है। प्रबल प्रताप ने कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव को चुनौती देते हुए आरोप लगाया कि वह पट्टे की जमीन पर बने अवैध चर्च का समर्थन करके मतांतरण की पृष्ठभूमि तैयार कर रहे हैं। भगवाधारी कार्यकर्ताओं का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें गुंडा और आतंकवादी कहना अनुचित है और इसे सहन नहीं किया जाएगा। दूसरी ओर अटल श्रीवास्तव ने अपने बयान में जूदेव और उनके समर्थकों को भगवा गुंडा कहा था, जिससे भाजपा कार्यकर्ताओं में गहरी नाराजगी है। इसी नाराजगी को व्यक्त करने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया और इसे हिंदू भावनाओं के अपमान का मामला बताया। पुतला दहन कार्यक्रम के दौरान किसी प्रकार कि क़ानून व्यवस्था कि अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो इसके लिए पुलिस बल बड़ी संख्या में तैनात रहा।
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