छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में बीजेपी विधायक रायमुनी भगत पर FIR की मांग को लेकर ईसाई आदिवासी महासभा पदयात्रा कर रही थी। पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। इसके बाद आक्रोशित भीड़ ने NH-43 लोरो घाट के पर सड़क पर बैठकर चक्काजाम कर दिया।.जशपुर विधायक पर ईसाई आदिवासी महासभा ने भगवान यीशु पर आपत्तिजनक बयान देने का आरोप लगाया है। ईसाई आदिवासी महासभा की पदयात्रा शनिवार को सुबह जशपुर के शांति भवन से शुरू हुई, जो जशपुर-कुनकुरी नेशनल हाईवे-43 पर चलते हुए काईकछार तक पहुंची है।
वहीं लोरो घाटी के नीचे पदयात्रा को रोकने के लिए भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई थी।पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।जशपुर और कुनकुरी के बीच रास्ते में लोरो घाटी में बैरिकैडिंग लगाकर और वाटर कैनन का प्रयोग करते हुए पद यात्रा को रोक दिया गया। जानकारी के अनुसार लोरो घाटी के बाद नीचघाट में जुटे समाज के लोगों ने एकत्र होकर पदयात्रा को कुनकुरी की ओर जारी रखने की कोशिश की, लेकिन फिर पुलिस ने उन्हें रायकेरा के पास रोक दिया है।
ईसाई आदिवासी महासभा की पदयात्रा।पूर्व विधायक बोले- ये लोकतंत्र के विपरीतयूडी मिंज, पूर्व विधायक कुनकुरी ने कहा कि ईसाई आदिवासी महासभा के लोग शांतिपूर्वक रूप से पदयात्रा कर बगिया कैंप कार्यालय पहुंचकर अपनी बात रखना चाह रहे थे, इस प्रजातांत्रिक तरीके में कहां गलती है। पहले जो चुने हुए जनप्रतिनिधि अपना राजधर्म नहीं निभा रहे फिर जिस प्रकार से महिलाओं पर पुलिस ने वाटर कैनन और बल प्रयोग किया है और उनकी आवाज को दबाया जा रहा है, ये लोकतंत्र के विपरीत है।
ईसाई आदिवासी महासभा ने पदयात्रा कर जताया विरोध।प्रदर्शनकारियों को रायकेरा के पास रोका गयाएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा कि जशपुर से कुनकुरी की ओर निकले पदयात्रियों को लोरो घाटी में बैरिकैड और वाटर कैनन के प्रयोग से वहीं रोक दिया गया है। लोरो से नीचे के लोग आगे बढ़ रहे थे, जिन्हें रायकेरा के पास रोका गया है।अधिकारी समेत कार्यपालिक मजिस्ट्रेट भी मौजूदजानकारी के अनुसार शनिवार को इस पदयात्रा के दूसरे दिन प्रशासन से बिना अनुमति लिए नेशनल हाईवे पर पदयात्रा निकालने को लेकर एक्शन लिया गया है। लोरो घाटी शिव मंदिर के नीचे बने बेरियर पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है। पुलिस के आला अधिकारी समेत कार्यपालिक मजिस्ट्रेट भी वहां मौजूद हैं।
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