Cyclone: चक्रवाती तूफान दाना का जबरदस्त दहशत देखने को मिल रहा है। जिसके कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल सरकारों ने संवेदनशील इलाकों को खाली कराकर नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है।
चक्रवाती तूफान दाना के खतरे को देखते हुए ओडिशा और पश्चिम बंगाल सरकारों ने संवेदनशील इलाकों को खाली कराकर नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है। दोनों राज्यों में शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। साथ ही तटरक्षक बल को हाईअलर्ट पर रखा गया है। वहीं, तूफान के चलते रेलवे ने 150 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया है। चक्रवात के 24 की रात या 25 की सुबह पुरी और सागर द्वीप के बीच तट से टकराने की आशंका है।
हाई अलर्ट पर तटरक्षक बल
तटरक्षक बल की ओर से मंगलवार को कहा गया कि वह तूफान के खतरों को देखते हुए हाई अलर्ट पर है और अपने पोत और विमानों को संभावित संवेदनशील इलाकों में तैनात कर दिया है। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि पुरी से पश्चिम बंगाल के सभी पूर्वी तटीय क्षेत्रों के इस चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका है। ओडिशा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि राज्य सरकार ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। उन्होंने कहा कि सभी सुविधाओं से युक्त 250 राहत शिविरों को तैयार किया गया है।
7वीं बटालियन एनडीआरएफ भटिंडा के सहायक कमांडेंट पंकज शर्मा ने कहा कि 5 टीमें हैं, कुल 152 जवान हैं, हम भटिंडा से भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर आए हैं और हमें 5 जिलों में तैनात किया जाएगा। हमारे पास आवश्यक उपकरण हैं। चक्रवात बचाव अभियान और बाढ़ जल बचाव अभियान के लिए। हमारा मुख्य कार्य बचाव, निकासी और राहत सामग्री वितरित करने के लिए जिला प्रशासन की मदद करना है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी चक्रवात दानी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि चक्रवाती तूफान और भारी बारिश की आशंका के मद्देनजर सभी विधायकों को चक्रवात से निपटने के लिए अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में मौजूद रहना चाहिए और राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए जिला प्रशासन के साथ समन्वय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी विधायकों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों के साथ रहने और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करने का हर संभव प्रयास करना चाहिए।
Editor In Chief