गरबा में थिरके बच्चे से लेकर बुजुर्ग, कलेक्टर और SP हुए शामिल

राजेन्द्र देवांगन
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बिलासपुर के टिकरापारा स्थित गुजराती समाज भवन में गरबा का आयोजन।नवरात्र पर्व पर बिलासपुर के टिकरापारा स्थित गुजराती समाज के भवन में पिछले 70 साल से लगातार गरबा का आयोजन हो रहा है। इसमें समाज के पदाधिकारी और कार्यकर्ता पारंपरिक रूप से अपनी संस्कृति को जीवित रखा है।

इस आयोजन में बच्चे से लेकर बुजुर्ग और युवक-युवतियां और महिलाएं उत्साह से शामिल हो रहे हैं। यहां गरबा में गुजरात की संस्कृति की झलकियां नजर आती है। वहीं इससे आसपास का माहौल भक्तिमय हो जाता है।बुधवार को कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह और निगम कमिश्नर अमित कुमार शामिल हुए। इधर, गुरुवार को सप्तमी पर्व पर महामाया देवी दर्शन करने के लिए पदयात्री निकलेंगे, जिसे देखते हुए इस मार्ग पर भारी वाहनों को प्रतिबंधित किया गया है।नवरात्रि पर्व पर मची गरबे की धूम।

गुजराती समाज टिकरापारा स्थित सामाजिक भवन में पारंपरिक तरीके से हर साल नवरात्रि पर गरबा का आयोजन करता है। गीत, नृत्य एवं संगीत के माध्यम से माता रानी की भक्ति में लीन नजर आते टोलियां देखते ही बनती है। यह पर्व सामाजिक एकता और आपसी भाईचारे के साथ-साथ कौमी एकता का सबसे बड़ा उदाहरण है।इस आयोजन में समाज के साथ ही दूसरे समाज के युवक-युवतियां भी शामिल होती रही हैं और गरबा का आनंद लेती हैं।

समाज के अध्यक्ष अरविंद भानूसाली , महिला मंडल अध्यक्ष रेणुका जानी, सौरभ सोनछात्रा व केतन सुतारिया के साथ ही पदाधिकारी व कार्यकर्ता इस आयोजन के लिए पहले से ही तैयारी में जुटे रहते हैं।

समाज के लोगों को भी हर साल इस आयोजन का इंतजार रहता है।गुजरात की आर्केस्टा टीम की भक्तिमय प्रस्तुतिसमाज के अध्यक्ष अरविंद भानूसाल ने बताया कि गरबा के आयोजन के लिए विशेष रूप से गुजरात से ऑर्केस्टा टीम बुलाई जाती है। गुजरात की ऑर्केस्टा टीम पारंपरिक गीतों के साथ लोक गीतों और देवी भननों की प्रस्तुति दे रही हैं, जिससे यहां का माहौल गुजरात सा नजर आता है।

गरबा में हर वर्ग के लिए प्रतियोगिता और प्राइजमहिला मंडल अध्यक्ष रेणुका जानी ने बताया कि यहां रास डांडिया में बच्चे से लेकर युवक-युवतियां और महिलाओं के साथ ही हर वर्ग के लिए डांस कम्पिटिशन होता है, जिसमें बेस्ट परफार्मेंस पर प्राइज भी दिया जाता है। इस प्रतियोगिता में समाज के हर वर्ग के लोग हिस्सा ले रहे हैं।गुजराती संस्कृति की दिखी झलक।आज निकलेंगे पदयात्री, रतनपुर रोड पर भारी वाहन प्रतिबंधितनवरात्रि के सप्तमी तिथि पर श्रद्धालुओं का जत्था पैदल ही मां महामाया के दर्शन के लिए निकलता है। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी गुरुवार की शाम से ही पदयात्रियों का जत्था रतनपुर के लिए निकलेगा। रतनपुर रोड पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए भारी वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया है।

एएसपी नीरज चंद्राकर ने बताया कि कोरबा की ओर से आने वाले वाहनों को ग्राम जाली से डायवर्ट किया गया है। इसी तरह रायपुर से आने वाले वाहनों को बेलगहना मार्ग से पाली मोड़ की ओर डायवर्ट किया गया है।इसकी निगरानी के लिए सभी मार्ग पर प्रमुख स्थानों में पुलिस की टीम मौजूद रहेगी। इसके अलावा मार्ग में रातभर पुलिस की टीम पैट्रोलिंग करते रहेगी। गुरुवार शाम चार बजे से ही वाहनों के प्रवेश को रोक दिया जाएगा। यह प्रतिबंध शुक्रवार की सुबह नौ बजे तक रहेगा।

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