घायल अस्पताल में ले जाया गया आशिक चोर को दुर्ग जिले के पुरानी भिलाई थाना अंतर्गत हथखोज एरिया में एक आदतन बदमाश को वहां के लोगों ने मिलकर मार डाला। लगभग 25-30 लोगों ने मिलकर उसे इतना मारा की अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। पुलिस 26 लोगों को थाने में लाकर मामले की जांच कर रही है।
छावनी सीएसपी हरीश पाटिल ने बताया कि हथखोज बस्ती के पास एक सुरेंद्र विश्वकर्मा उर्फ आशिक पिता द्वारिका विश्वकर्मा (27 साल) चोर नाम का गुंडा बदमाश रहता था। उसके खिलाफ पुरानी भिलाई थाने में लगभग 15 मामले दर्ज हैं। वो कभी भी शराब के लिए पैसे मांगना, रोककर अवैध वसूली करना, मारपीट करना, चोकू चला देना, चोरी करना जैसे अपराधों को अंजाम देता था।शिव मंदिर के पास वह घटना स्थल जहां हुई वारदातरविवार शाम 5 बजे के करीब आशिक बस्ती के पास ही प्रमोद गबेल नाम के व्यक्ति से मिला।
उसने उसे रोका और शराब पीने के लिए पैसा मांगा। प्रमोद ने पैसा ना होने की बात कही तो उसने उसे बुरी तरह मारा और भगा दिया। थोड़ी देर बाद प्रमोद अपने साथी बहादुर और रामायण के साथ फिर आशिक चोर के पास पहुंचा।घटना स्थल में पड़े डंडा लठी व बल्डतीनों ने मिलकर आशिक से कहा कि ये लोग शराब के लिए पैसा वो लोग लाए हैं, लेकिन इस तरह बस्ती के लोगों से मारपीट मत किया करो।
आशिक ने शराब मंगाई और तीनो से कहा कि वो लोग भी उसके साथ बैठकर शराब पिए। इसके बाद तीनो लोग हथखोज बस्ती के खुले मैदान में शिव मंदिर के पास आशिक के साथ शराब पीने बैठ गए।तीनों ने शराब पी। इसके बाद जैसे ही वो लोग वहां से जाने लगे, आशिक ने अपने पास एक तलवार रखी थी, उसे निकालकर बहादुर के ऊपर चला दिया। इस पर प्रमोद ने बहादुर को धक्का दिया तो वो बच गया।
इसके बाद तीनों ने शोर मचाना शुरू किया और आशिक को पकड़ लिया। इसके बाद बस्ती के लोगों ने मिलकर उसे इतना मारा कि उसकी मौत हो गई।पुरानी भिलाई पुलिस स्टेशनबस्ती वालों ने पहले से बना ली थी हत्या की प्लानिंगपुलिस का कहना है कि आशिक चोर का इतना आतंक हो गया था कि बस्ती के लोग काफी परेशान थे। जब उसने प्रमोद गबेल को मारा तो उसके परिवार और बस्ती वालों ने मिलकर उसकी हत्या की प्लानिंग कर डाली।
प्रमोद, रामायण और बहादुर बस्ती में यह कहकर गए थे कि जब वो शोर मचाएंगे तो सभी लोग आ जाना।इसलिए उन लोगों ने जैसे ही शोर मचाया, पहले से घात लगाकर बठे बस्ती के करीब 25-30 लोग वहां पहुंच गए। इसमें करीब 10-15 महिलाएं भी थीं। सभी के हाथ में डंडा, कुल्हाड़ी, हसिया जैसे हथियार थे। उन्होंने पहुंचते ही आशिक को मारना शुरू कर दिया। इसी दौरान एक कुल्हाड़ी उसके आंख के ऊपर और तलवार सिर के पीछे लगी, जिससे वो वहीं ढेर हो गया।
बस्ती के लोगों ने खुद किया पुलिस को फोनआशिक चोर को मरा समझने के बाद बस्ती के लोगों ने खुद पुरानी भिलाई पुलिस को देर रात फोन किया। पुलिस मौके पहुंची। घायल को सुपेला अस्पताल लेकर गई। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे दुर्ग जिला अस्पताल भेजा गया। वहां पहुंचते ही आशिक ने दम तोड़ दिया।
इसके बाद शव को मरचुरी में रखवा दिया गया है।पुलिस लगा रही असली आरोपियों का पतासीएसपी हरीश पाटिल का कहना है कि हत्या की वारदात को अंजाम करीब 25-30 लोगों ने दिया है। पुलिस 26 लोगों से पूछताछ कर रही है। इसमें 10 महिलाएं भी हैं। पुलिस उनसे ये पूछ रही है कि आखिर तलवार और कुल्हाड़ी या अन्य घातक हथियार किसने चलाया है। इसके बाद पुलिस मामला दर्ज करेगी। खबर लिखे जाने तक पूछताछ जारी है।
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