छात्रावास अधीक्षक भर्ती परीक्षा में कई गड़बड़ियां आई सामने, सेंटर पहुंचे स्‍टूडेंट तो लटका मिला ताला, एडमिट कार्ड में नहीं था जिले का उल्‍लेख

राजेन्द्र देवांगन
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रायपुर। छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) ने रविवार को आयोजित छात्रावास अधीक्षक भर्ती परीक्षा में कई गड़बड़ियां सामने आई हैं। प्रवेश पत्र में जिला नहीं लिखा हाेने के कारण कई अभ्यर्थी परीक्षा देने से चूक गए हैं। परीक्षा देने से वंचित रहे अभ्यर्थियों ने कबीर नगर थाना में लिखित शिकायत भी किया है। अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र में केंद्र का नाम कोड नंबर 34066, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हीरापुर लिखा था।

कोरबा से परीक्षा देने आई अभ्यर्थी रुपाली बंजारे ने बताया कि मैप में कोड डालने से रायपुर स्थित हीरापुर स्कूल परीक्षा केंद्र दिखा रहा था। अभ्यर्थी जब केंद्र पहुंचे तो वहां पर ताला लगा हुआ था। इस दौरान अन्य कई अभ्यर्थी भी परीक्षा देने के लिए केंद्र पहुंचे हुए थे। केंद्र नहीं होने कारण अभ्यर्थी परीक्षा देने से चूक गए। उन्होंने इसकी लिखित शिकायत कबीर नगर थाने में भी की है।
इसी तरह सेंट पाल्स उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में केंद्राध्यक्ष दूसरे व्यक्ति को बना दिया गया है। एक ही परिसर में अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्मय के स्कूल संचालित हो रहे हैं। हिंदी माध्यम वाले स्कूल का सेंट पाल्स उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नाम है, वहीं अंग्रेजी माध्यम वाले का सेंट पाल चर्च इंग्लिश हायर सेकेंडरी स्कूल है। अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र में हिंदी माध्यम स्कूल लिखा हुआ है। लेकिन व्यापमं की तरफ से अंग्रेजी माध्यम की प्राचार्य को केंद्राध्यक्ष बना दिया गया।

कई अभ्यर्थियों के परीक्षा जिलों में हुआ बदलाव

अभ्यर्थियों के अनुसार परीक्षा फार्म भरने के समय रायपुर जिला ब्‍लॉक था, तब हमने कोंडागांव जिला परीक्षा केंद्र के लिए भरा था। मेरे साथ एक दोस्त ने भी आवेदन किया था। लेकिन उन्हें कोंडागांव की जगह अंबिकापुर परीक्षा केंद्र मिला। उसके जिला बदलने के कारण मैं भी सोची की मेरा भी जिला बदल गया है। प्रवेश पत्र में दिए गए कोड नंबर से स्कूल का नाम सर्च किया तो रायपुर, हीरापुर दिखाया। इस कारण से हम यहां परीक्षा देने आ गए। प्रवेश पत्र में जिला लिखा रहता तो हमसे ये गलती नहीं होती। व्यापमं को भी प्रवेश पत्र में जिला लिखना चाहिए।

प्रवेश पत्र में हिंदी माध्मय स्कूल का नाम

व्यापमं की तरफ से जारी प्रवेश पत्र में केंद्र का नाम हिंदी माध्यम स्कूल सेंट पाल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैरन बाजार है। लेकिन केंद्राध्यक्ष अंग्रेजी माध्यम की प्राचार्य पल्लवी मिंज को बना दिया गया है। इसको लेकर हिंदी माध्यम के प्राचार्य व्यापमं को पत्र लिखकर शिकायत भी किया है।

बिना हमारी सहमति के अंग्रेजी माध्यम की प्राचार्य हमारे नाम से केंद्र बनाने की सहमति दे दिया है, जो गलत है। भविष्य में परीक्षा को लेकर किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं है। हमेशा हिंदी माध्यम स्कूल में ही परीक्षा हुई है। अंग्रेजी माध्यम स्कूल में कभी परीक्षा नहीं हुई। इस केंद्र में 300 अभ्यर्थी परीक्षा दिए हैं।

56 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा

छात्रावास अधीक्षक भर्ती परीक्षा में 55.98 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। 300 पदों के लिए हुई परीक्षा के लिए साढ़े छह लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। व्यापमं की तरफ से अबतक की एक पाली में होने वाली सबसे बड़ी परीक्षा है। अभी तक किसी भी परीक्षा में इतनी संख्या में एक पाली में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी नहीं थे। रायपुर में परीक्षा के लिए 165 परीक्षा केंद्र बनाने पड़े। परीक्षा के लिए प्रदेश के सभी जिलों में केंद्र बनाए गए थे।

अंग्रेजी और हिंदी माध्यम के स्कूल एक ही परिसर में संचालित है। सुबह हिंदी माध्यम और दोपहर में अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई होती है। परीक्षा केंद्र बनाने से पहले सर्वे किया गया है, उस समय अंग्रेजी माध्यम स्कूल की प्राचार्य से मुलाकात हुई होगी। इस वजह से वहां के प्राचार्य को क्रेंदाध्यक्ष बनाया गया है। अभ्यर्थी ज्यादा होने के कारण बहुत सारे स्कूलों में पहली बार परीक्षा हुई है। केदार पटेल, जिला नोडल अधिकारी परीक्षा, व्यापमं

प्रवेश पत्र में जिला कोड दिया रहता है। जो अभ्यर्थी हीरापुर शासकीय स्कूल परीक्षा देने के लिए पहुंचे थे, जिला कोड के अनुसार उनका परीक्षा केंद्र कोंडागांव था। सुधीर उपरीत, परीक्षा नियंत्रक, व्यापमं

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