कोलकाता रेप मामले में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी के बाद भी डॉक्टर अपनी ड्यूटी पर वापस नहीं लौटे हैं, अभी भी घटनास्थल पर विरोध प्रदर्शन जारी है। सीएम ममता बनर्जी ने भी आश्वासन दिया है, उनकी तरफ से भी मामले को सुलझाने की कोशिश हुई है, लेकिन कोई समाधान निकलता नहीं दिख रहा।
डॉक्टरों की क्या मांग, सरकार ने क्या बोला ?
जानकारी के लिए बता दें कि जूनियर डॉक्टरों ने ममता सरकार के सामने बैठक से पहले 4 शर्तें रख दी थीं। पहली शर्त यह थी कि उनकी 30 सदस्यों की टीम मीटिंग में हिस्सा लेगी, दूसरी शर्त यह थी कि खुद ममता बनर्जी बैठक में मौजूद रहेंगी, तीसरी शर्त यह रही कि मीटिंग का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा और चौथी यह कि डॉक्टरों की 5 मांगों पर सारा फोकस रहे। अब राज्य सरकार ने उन शर्तों को मानने से ही मना कर दिया, यहां तक कहा गया कि डॉक्टर आंदोलन खत्म करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं
बिना डॉक्टर बंगाल में स्थिति बेहाल
अब इसी वजह से कोई बीच का रास्ता नहीं निकल पाया और जूनियर डॉक्टर अभी भी प्रदर्शन कर रहे हैं। समझने वाली बात यह है कि राज्य में इस समय डॉक्टरों की अनुपस्थिति की वजह से अस्पतालों में दिक्कत होने लगी है, कई मरीजों को समय रहते इलाज नहीं मिल पा रहा है। ममता सरकार का तो दावा है कि कुछ मरीजों की मौत भी हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस बात का संज्ञान लिया था और डॉक्टरों को उनकी ड्यूटी का अहसास दिलवाया। लेकिन अभी भी स्थिति सामान्य होती नहीं दिख रही और डॉक्टर- सरकार अपनी मांगों पर अडिग हैं।
ईडी ने क्या कार्रवाई शुरू कर दी?
वैसे एक तरफ अगर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है तो वही दूसरी तरफ ईडी ने भी आरजी कर मेडिकल कॉलेज से जुड़े एक दूसरे मामले में अपनी जांच को तेज कर दिया है। कुछ आर्थिक अनियमितताओं को लेकर कोलकाता के कई इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। संदीप घोष के पिता के आवास पर भी ईडी की एक टीम पहुंची है और तलाशी जारी है।
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