बिलासपुर। ज़िला कांग्रेस कमेटी (शहर/ग्रामीण) द्वारा 02 अगस्त को कांग्रेस भवन में पूर्व मुख्यमंत्री पंडित रविशंकर शुक्ल और पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित विद्या चरण शुक्ल की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर कांग्रेस जनों ने उनके छायाचित्रों पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि विद्या भैया भारतीय राजनीति के धूमकेतु थे। मृदु भाषी, उच्च कोटि के प्रशासक, और जन नेता विद्या भैया का चुम्बकीय व्यक्तित्व हर किसी को अपनी ओर खींचता था। उन्होंने नौ बार सांसद और केंद्रीय मंत्री के रूप में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 2013 में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के दौरान झीरमघाटी नक्सली हमले में घायल होकर 11 जून को मेदांता अस्पताल में उनका निधन हो गया।
कार्यक्रम के संयोजक ज़फ़र अली और हरीश तिवारी ने पंडित रविशंकर शुक्ल के योगदान की सराहना की। पंडित शुक्ल सीपी एंड बरार और नवगठित मध्यप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री बने, जिन्होंने 1946 से 31 दिसंबर 1956 तक पद संभाला। छात्र जीवन से ही स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रहे पंडित शुक्ल ने शिक्षा, वकालत, और राजस्व अधिकारी के रूप में भी कार्य किया। भिलाई स्टील प्लांट की स्थापना उनके द्वारा की गई प्रमुख उपलब्धियों में से एक है, जिसने छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान किए। 31 दिसंबर 1956 को दिल्ली में उनका निधन हो गया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से विजय पांडेय, ज़फ़र अली, हरीश तिवारी, विनोद शर्मा, त्रिभुवन कश्यप, माधव ओत्तालवार, विनोद साहू, राजेश शर्मा, स्वर्णा शुक्ला, प्रियंका यादव, अफ़रोज़ बेगम, अन्नपूर्णा ध्रुव, सुदेश नंदिनी, अंजलि यादव, दीपक रायचेलवार, वीरेंद्र सारथी, मनोज शर्मा, चंद्रहास केशरवानी, गणेश रजक, संतोष पिप्पलवा, गौरव एरी आदि उपस्थित थे।