Electoral Bond पर सियासत तेज! खड़गे बोले – सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो BJP के चंदे की जांच, ED और इनकम टैक्स पर भी साधा निशाना..!
सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने इलेक्टोरल बॉन्ड्स का डाटा चुनाव आयोग के साथ शेयर कर दिया, जिसे चुनाव आयोग ने भी सार्वजनिक कर दिया है। लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक पहले हुए इस घटनाक्रम के चलते सियासत गर्मा गई है और विपक्षी दल बीजेपी पर हमलावर हैं। इसको लेकर अब अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मांग की है कि बीजेपी के चंदे की पूरी जांच की जाए और जब तक जांच पूरी न हो तब तक पार्टी के खाते सीज कर दिए जाएं।
कांग्रेस अधय्क्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दावा किया कि आयकर और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जिन कंपनियों को नोटिस दिया गया था, उनके द्वारा ही इलेक्टोरल बॉन्ड खरीद कर सत्ताधारी दल बीजेपी को चंदा दिया गया था। उन्होंने मांग की है कि बीजेपी के चंदों की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में SIT द्वारा कराई जाए, और तब तक बीजेपी के बैंक खाते सीज कर दिए जाएं।
खड़गे ने कहा कि जिन कंपनियों को नोटिस मिला था उन्होंने ही बीजेपी को छप्पर फाड़ कर चंदा दिया था। आज बेंगलुरु में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि इन्हीं कारणों के चलते ही सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड्स को रद्द कर दिया है।
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खड़गे ने कहा कि 2017 से संबंधित एक मामले में कांग्रेस पार्टी ने 300 करोड़ वाले खातों पर फ्रीज कर दिया है, इसलिए बीजेपी के खाते भी फ्रीज होने चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी ने इलेक्टोरल बॉन्ड से 50 प्रतिशत से ज्यादा का चंदा इलेक्टोरल बॉन्ड से हासिल किया था, जबकि कांग्रेस को महज 11 प्रतिशत ही चंदा हासिल किया।
उन्होंने पूछा कि आखिर इतना अंतर कैसे हो सकता है। खड़गे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल ब़ॉन्ड्स को अवैध घोषित करके बीजेपी के चंदा जुटाने के काले धंधे का पर्दाफाश किया था। कांग्रेस अध्यक्ष ने इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला और कहा कि पीएम मोदी ‘न खाउंगा न खाने दूंगा’ कहते रहे और उनके पार्टी ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए सबसे ज्यादा चंदा हासिल किया।
खड़गे बोले कि हमारे पास आज की डेट में खर्च करने का पैसा नहीं है और उनके (बीजेपी) पास चोरी गलत तरीके से खूब पैसा आ रहा है।
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