CJI चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने केंद्र को भेजा प्रस्ताव, केरल से लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट तक से जुड़ा है मामला..!
नई दिल्ली. भारत के प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने केंद्र को केरल उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के रूप में नियुक्ति के लिए 6 वकीलों के नामों की सिफारिश की है. कॉलेजियम ने यह भी सिफारिश की कि न्यायिक अधिकारी मोहम्मद यूसुफ वानी को जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख के उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया जाए. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिशों को केंद्र संशोधित भी करता है और कई बार उस पर आपत्ति भी जताता है. ऐसे में न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच टकराव जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है.
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की एक और सिफारिश
कॉलेजियम ने बंबई उच्च न्यायालय के 11 अतिरिक्त न्यायाधीशों को उसी उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की भी सिफारिश की. ये 11 न्यायाधीश हैं- न्यायमूर्ति उर्मिला सचिन जोशी-फाल्के, न्यायमूर्ति भरत पांडुरंग देशपांडे, न्यायमूर्ति किशोर चंद्रकांत संत, न्यायमूर्ति वाल्मीकि एसए, न्यायमूर्ति कमल रश्मि खाता, न्यायमूर्ति शर्मिला उत्तमराव देशमुख, न्यायमूर्ति अरुण रामनाथ पेडनेकर, न्यायमूर्ति संदीप विष्णुपंत मार्ने, न्यायमूर्ति गौरी विनोद गोडसे, न्यायमूर्ति राजेश शांताराम पाटिल और न्यायमूर्ति आरिफ सालेह डॉक्टर.
इलाहाबाद हाईकोर्ट को लेकर भी सिफारिश
कॉलेजियम ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पांच अतिरिक्त न्यायाधीशों- न्यायमूर्ति सौरभ श्रीवास्तव, न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ला, न्यायमूर्ति मोहम्मद अजहर हुसैन इदरीसी, न्यायमूर्ति ज्योत्सना शर्मा और न्यायमूर्ति सुरेंद्र सिंह-प्रथम को उसी उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की है.
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के अलावा न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति बीआर गवई भी शामिल हैं. शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड कॉलेजियम के एक प्रस्ताव में कहा गया, ‘कॉलेजियम यह सिफारिश करने का निर्णय लेता है कि वकीलों- अब्दुल हकीम मुल्लापल्ली अब्दुल अजीज, श्याम कुमार वडक्के मुदावक्कट, हरिशंकर विजयन मेनन, मनु श्रीधरन नायर, ईश्वरन सुब्रमणि और मनोज पुलम्बी माधवन को केरल उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया जाए.’
Editor In Chief