Loksabha Chunav 2024: बीजेपी ने शनिवार को 195 लोकसभा प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की। इसमें छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों के लिए प्रत्याशी शामिल हैं। इनमें एक-दो को छोड़कर सभी उच्च शिक्षा प्राप्त हैं।
Loksabha Chunav 2024 : रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीजेपी के 11 लोकसभा प्रत्याशियों में से ज्यादातर उच्च शिक्षा प्राप्त हैं। इनमें एक प्रत्याशी केवल 9वीं तक पढ़ा है। उम्र के लिहाज से 3 प्रत्याशी 50 से कम आयु के हैं। वहीं, 2 प्रत्याशी 60 से ज्यादा उम्र के हैं। 11 में से दो प्रत्याशी इससे पहले केवल सरपंच का चुनाव लड़े हैं। पढ़ें बीजेपी के 11 प्रत्याशियों की पूरी बायोग्राफी….
चिंतामणि महाराजः बीजेपी ने इन्हें एसटी आरक्षित सरगुजा लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस की टिकट पर विधायक रहे चिंतामणि की 2023 के चुनाव में टिकट कट गई। इसके बाद वे बीजेपी में शामिल हो गए। 56 वर्षीय चिंतामणि 11वीं तक पढ़े हैं। वे कंवर समाज से आते हैं और राज्य के संस्कृत बोर्ड के चेयरमेन रह चुके हैं।
रोधश्याम राठियाः एसटी आरक्षित रायगढ़ सीट से बीजेपी ने 51 वर्षीय राठिया को प्रत्याशी बनाया है। 12वीं तक पढ़े राठिया जिला किसान मोर्चा के महामंत्री हैं। इससे पहले वे जिला और जनपद पंचायत का चुनाव लड़ चुके हैं। घरघोड़ा जनपद के अध्यक्ष रहे हैं। राठिया कंवर समाज से आते हैं।
कमलेश जांगड़ेः राज्य की एक मात्र एससी आरक्षित सीट जांजगीर-चांपा सीट से बीजेपी ने जांगड़े को प्रत्याशी बनाया है। हिंदी साहित्य में एमए और डीएस की डिग्री धारी 46 वर्ष की हैं। सक्ती जिला महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं। वे पहले सरपंच का चुनाव लड़ चुकी हैं। संगठन में कई अहम जिम्मेदारी निभा चुकी हैं।
सरोज पांडेयः दुर्ग लोकसभा से सांसद रह चुकी सरोज पांडेय को पार्टी ने इस बार कोरबा लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है। 56 वर्षीय पांडेय एमएससी तक पढ़ी हैं। एक ही समय में महापौर, विधायक और सांसद चुने जाने का रिकार्ड उनके नाम पर दर्ज है। वे राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं। अभी वे भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं।
तोखन साहूः बिलासपुर लोकसभा सीट से पार्टी ने
तोखन साहू को प्रत्याशी बनाया है। 54 साल के साहू के पास एम कॉम की डिग्री है। वे पहले वे एक बार लोरमी सीट से विधायक और संसदीय सचिव रह चुके हैं। सरपंच और जनपद सदस्य का चुनाव भी साहू जीत चुके हैं। साहू ओबीसी वर्ग से आते हैं।
संतोष पांडेयः प्रदेश में बीजेपी के 9 में से जिन 2 विधायक अपनी टिकट बचाने में सफल रहे हैं उनमें पांडेय का नाम भी शामिल है। 56 वर्षीय पांडेय बीए एलएलबी तक पढ़े हैं। अभी वे राजनांदगांव सीट से सांसद हैं पार्टी ने फिर उन्हें इसी सीट से टिकट दिया है। 2003 में वे विधानसभा का चुनाव हार गए थे।
विजय बघेलः टिकट बचाने में सफल रहने वाले सांसदों
में दूसरा नाम विजय बघेल का है। 64 वर्षीय बघेल को
पार्टी ने फिर से दुर्ग संसदीय सीट से मैदान में उतारा है।
बीकॉम तक पढ़े बघेल ने 2023 में तत्कालीन मुख्यमंत्री
भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन सीट से चुनाव लड़ा था,
लेकिन वे हार गए। इसी सीट से उन्होंने 2008 में भूपेश को हराया था
बृजमोहन अग्रवालः बीजेपी के चुनावी अजेय योद्धाओं
में शामिल 64 वर्षीय बृजमोहन अग्रवाल को बीजेपी ने
रायपुर संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाया है। अग्रवाल
लगातार 8 बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं।
राज्य विधानसभा में इस वक्त वे सबसे वरिष्ठ विधायक
और कैबिनेट मंत्री हैं।
रुपकुमारी चौधरीः राजनीति विज्ञान में एमए चौधरी को
बीजेपी ने महासमुंद सीट से प्रत्याशी बनाया है। ओबीसी
वर्ग से आने वाली चौधरी इससे पहले विधायक रह चुकी
हैं। 2013 में वे बसना सीट से चुनी गई थीं। 47 वर्षीय
चौधरी 2005 और 2010 में जिला पंचायत सदस्य का
चुनाव जीती थीं।
महेश कश्यपः 49 वर्षीय महेश कश्यप 10वीं तक पढ़े हैं। बीजेपी ने उन्हें बस्तर सीट से प्रत्याशी बनाया है। कश्यप 2014 में सरपंच चुने गए थे। इसके बाद वे कोई भी चुनाव नहीं लड़े हैं। एसटी वर्ग से आने वाले कश्यप पार्टी के मीडिया पैनलिस्ट हैं। 2019 बीजेपी बस्तर संसदीय सीट हार गई थी।
भोजराज नागः 50 वर्षीय नाग को बीजेपी ने एसटी आरक्षित कांकेर सीट से प्रत्याशी बनाया है। नाग 9वीं तक पढ़े हैं। 2014 में अंतागढ़ सीट पर हुए उप चुनाव में वे विधायक चुने गए थे। गोंड समाज से आने वाले नाग 2000 में जनपद अध्यक्ष का चुनाव जीते थे। 2009 में वे जिला पंचायत सदस्य चुने गए थे।
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