पूर्व IAS समेत इन नामचीन लोगों के ठिकानों पर ACB-EOW की कार्यवाही, शराब घोटाले को लेकर एक्शन में एजेंसियां…!
रायपुर। प्रदेश की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय हुए शराब घोटाला मामले में दर्ज एफआईआर के बाद एसीबी ईओडब्ल्यू की टीम ने प्रदेश के कई जिलों में शराब कारोबारियों और पूर्व आईएएस अधिकारियों समेत आबकारी विभाग के अधिकारियों के यहां छापामार कार्यवाही शुरू की है। केंद्रीय एजेंसी ईडी के प्रतिवेदन के आधार पर ईओडब्ल्यू में एफआईआर दर्ज की थी। जिसकी जांच से जोड़कर ये छापामार कार्यवाही देखी जा रही है। इस पूरे प्रकरण में अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी और अनवर ढेबर को ही मास्टर माइंड बताया गया है। क्योंकि इनके जरिए ही सिंडीकेट बनाया गया और पूरे घोटाले को अंजाम दिया गया।
परिवार वालों के नाम पर निवेश किया रकम
FIR में शामिल बाकी आईएएस व अन्य सरकारी अफसर और लोग सहयोगी की भूमिका में थे। शराब घोटाला से होने वाली आमदनी का बड़ा हिस्सा इन्हीं तीनों को जाता था। FIR के अनुसार अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी और अनवर ढेबर ने शराब घोटाला से प्राप्त रकम को अपने परिवार वालों के नाम पर निवेश किया। टुटेजा ने अपने बेटे यश टुटेजा के नाम पर निवेश किया। वहीं, त्रिपाठी ने अपनी पत्नी मंजुला त्रिपाठी के नाम पर फर्म बनाया जिसका नाम रतनप्रिया मीडिया प्राइवेट लिमिटेड था!
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