चार राज्यों को जोड़ेगा, 13 घंटे में पूरा होगा अब 26 घंटे का सफर, विस्तार से जानिए..!
अब आधे से भी कम समय में आप पंजाब और गुजरात के बीच का सफ़र तय कर पाएंगे। क्योंकि देश का दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे 4 महीने में बनकर तैयार हो रहा है। 4 राज्यों को जोड़ने वाला ये देश का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा जो पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात को जोड़ने वाला दूसरा सबसे बड़ा नेशनल हाई.वे होगा।
सितंबर 2023 तक इस एक्सप्रेसवे को तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। 1224 किलोमीटर लंबे अमृतसर-जामनगर राजमार्ग का निर्माण तय कार्यक्रम के मुताबिक चल रहा है। केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में राजस्थान में इस निर्माणाधीन राजमार्ग का निरीक्षण भी किया है।
26 घंटे का सफर महज़ 13 घंटों में होगा पूरा
निर्माणाधीन अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे बन जाने से यात्रियों के समय की काफ़ी बचत होगी। ईंधन की लागत में भी काफी कमी आएगी। अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे दोनों शहरों के बीच की यात्रा के समय को आधा कर देगा। वर्तमान में 1430 किलोमीटर दूरी होने से 26 घंटे का समय लगता है। एक्सप्रेसवे बनने से सफर की यह दूरी कम होकर 1224 किलोमीटर हो जाएगी। साथ ही स्मूथ एक्सप्रेसवे बनने से तेज रफ्तार में गाड़ियां दौड़ेंगीं जिससे सफर 13 घंटे में पूरा हो जाएगा।
तीन 4-लेन, पांच 6-लेन एक्सप्रेसवे
राजस्थान में इस एक्सप्रेसवे का काम जल्द पूरा होने की उम्मीद जतायी जा रही है।यहाँ इसका विस्तार 440 किलोमीटर है। यह एक्सप्रेसवे 26,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। इसमें 8 खंड होंगे जिनमें से तीन 4-लेन होंगे जबकि अन्य पांच 6-लेन एक्सप्रेसवे होंगे। विशाल ग्रीनफील्ड परियोजना 4 राज्यों के साथ-साथ तीन रिफाइनरियों में आर्थिक शहरों को जोड़ेगी। यह अमृतसर, भटिंडा, सनारिया, बीकानेर, सांचौर, समाखियाली और जामनगर के आर्थिक केंद्रों से होकर गुजरेगा। एक्सप्रेसवे का करीब 50% हिस्सा राजस्थान में होगा।
अमृतसर जामनगर एक्सप्रेसवे रूट मैप
अमृतसर जामनगर एक्सप्रेसवे परियोजना दिल्ली अमृतसर एक्सप्रेसवे पर टिब्बा गांव (कपूरथला जिला) से शुरू होगी और जामनगर में समाप्त होगी। मार्ग के साथ, यह बठिंडा, चौटाला, रासीसर, देवगढ़, सांचौर , संतालपुर और मालिया जैसे शहरों को जोड़ेगा।
किन राज्यों से होकर जाएगा एक्सप्रेस
निर्माणाधीन अमृतसर जामनगर एक्सप्रेसवे भारत के इन 4 राज्यों एसई होकर गुजरेगा-
पंजाब
NE-5A पर अमृतसर से टिब्बा।
NH-703 मोगा से जालंधर रोड, धर्मकोट के पास एक चौराहे के साथ।
दयालपुरा भाई का के पास एक चौराहे के साथ भगता भाई का भदौर रोड।
रामपुरा फूल, पठानकोट- अजमेर एक्सप्रेसवे के लुधियाना- बठिंडा एक्सप्रेसवे खंड को काटता है।
NH-54 मंडी डबवाली से बठिंडा रोड, संगत कलां के पास एक चौराहे के साथ।
हरियाणा
मंडी डबवाली से शुरू हुई।
चौटाला गांव में हरियाणा / राजस्थान सीमा पर समाप्त हो जाती है।
एक्सेस कंट्रोल नहीं, हाईवे पूरी तरह से सिरसा जिले से गुजरेगा।
राजस्थान
हनुमानगढ़ जिले के संगरिया कस्बे से शुरू होती है।
बीकानेर , जोधपुर और बाड़मेर जिलों से गुजरती है।
राजस्थान, जालौर जिले के सांचौर शहर में समाप्त होता है।
गुजरात
बनासकांठा जिले के वंतदौ में शुरू होता है।
पाटन, कच्छ और मोरबी जिलों से गुजरती है।
जामनगर में समाप्त।
निर्माण में लगने वाली लागत
देश के इस दूसरे सबसे लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण भूमि अधिग्रहण लागत सहित कुल मिलाकर 80 हज़ार करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा।
अर्थव्यवस्था को मिलेगी गति
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे उत्तर भारत के प्रमुख औद्योगिक और कृषि केंद्रों को कांडला और जामनगर में पश्चिम भारत के बंदरगाहों से जोड़ेगा। एक बार इस राजमार्ग का कार्य पूरा हो जाने पर भटिंडा, लुधियाना और बद्दी जैसे औद्योगिक शहरों को बढ़ावा मिलेगा। राष्ट्रीय राजधानी को दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे के जरिये अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। यह इसे जम्मू-कश्मीर से भी जोड़ेगा।