Bastar News: सेहत से भरपूर है बस्तर के आदिवासियों का यह कोल्ड ड्रिंक, डायबिटीज मरीजों के लिए है रामबाण…!
छत्तीसगढ़ में गर्मी के मौसम की एंट्री हो चुकी है. फरवरी माह में ही तापमान 32 डिग्री तक पहुंच चुका है. बस्तर में भी सुबह से ही तेज धूप अब लोगों को चुभने लगी है. लोगों की प्यास भी बढ़ गई है. ऐसे में प्यास बुझाने के लिए लोग मार्केट में मिलने वाली ठंडी सॉफ्ट ड्रिंक, गन्ने का रस और ठंडे पानी का ज्यादा सेवन करते हैं, लेकिन बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी सदियों से गर्मी का मौसम आते ही एक देसी कोल्ड ड्रिंक मंडिया पेज (पेय पदार्थ) तैयार कर रखते हैं, जो सेहत से भरपूर और गर्मी में प्यास बुझाने के लिए काफी फायदेमंद होती है. लंबे समय से आदिवासी इस देसी कोल्ड ड्रिंक मंडिया पेज का सेवन करते आ रहे हैं. यहां तक कि डॉक्टरों ने भी माना है कि यह देसी ड्रिंक शरीर के लिए काफी फायदेमंद होती है. यह शरीर की गर्मी को भी खत्म कर देती है.
डायबिटीज मरीजों के लिए है रामबाण दरअसल, बस्तर में मिलने वाले वनोपज रागी से तैयार किए जाने वाले पेय पदार्थों में से एक है मंडिया पेज. यह सेहत के लिए बहुत हेल्दी माना जाता है. खासतौर पर गर्मी के मौसम में मंडिया पेज की ज्यादा डिमांड बस्तर के शहरी और ग्रामीण इलाकों में रहती है. खास बात यह है कि इस ड्रिंक का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. बस्तर के ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरी करने वाले महिला और पुरुषों के लिए मंडिया पेज किसी लस्सी और कोल्ड ड्रिंक से कम नहीं है. शरीर में ठंडक पहुंचाने के साथ यह केल्शियम और डायबिटीज मरीजों के लिए रामबाण भी है.
सेहत के लिए है काफी फायदेमंद बस्तर के जानकार कहना हैं कि मंडिया पेज सेहत के लिए काफी फायदेमंद होने की वजह से गर्मी के मौसम में बस्तर में अधिकतर ग्रामीण मंडिया पेज पीते हैं. हालांकि, शहरी क्षेत्र के लोग बहुत कम ही रागी की खेती में रुचि ले रहे हैं. इसकी जगह बस्तर में धान की खेती ज्यादा की जा रही है. यही वजह है कि अब पड़ोसी राज्य उड़ीसा की रागी बस्तर पहुंच रही है. गर्मी में इसकी डिमांड बढ़ने से उड़ीसा से बड़ी मात्रा में रागी और मंडिया बस्तर पहुंच रही है.
औषधीय गुणों से भरपूर है मंडिया पेज संजीव पचौरी ने बताया कि औषधीय गुणों से भरपूर मंडिया पेज शरीर को ताकत देने के साथ ही डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसमें कैल्शियम और विटामिन C होने की वजह से यह शरीर को काफी फायदा पहुंचाता है. आदिवासी अंचलों की महिलाओं और पुरुषों के साथ ही छोटे बच्चों और बुजुर्गों द्वारा मंडिया पेज का सेवन करना आम बात है.
आयुर्वेदिक चिकित्सक ने बताया सेहत का सबसे बड़ा राज बस्तर के आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. कैलाश मिश्रा के मुताबिक मंडिया पेज ग्रामीणों की सेहत का सबसे बड़ा राज है. शहरी क्षेत्र की तुलना में ग्रामीण अंचलों में आदिवासी परिवार रागी को पीसकर मंडिया तैयार करते हैं. इसे पानी में घोलकर इसका सेवन करते हैं. गर्मी के मौसम में शहरी लोगों की तुलना में ग्रामीण अंचलों में रहने वाले आदिवासी हष्ट—पुष्ट और स्वस्थ होते हैं. उनकी जीविका भी काफी लंबी होती है. डॉक्टर कैलाश मिश्रा ने बताया कि मंडिया पेज बस्तर के आदिवासियों के लिए प्रमुख पेय है. आदिवासी अंचलों के सभी घरों में मंडिया पेज मिलना सामान्य बात है. रागी को पीसकर बने इस मंडिया पेज में काफी सारी खूबियां हैं. यह शक्तिवर्धक पेय का विकल्प है. शरीर के तापमान पर नियंत्रण करने के साथ-साथ पाचन क्रिया को भी ठीक करता है. तेज धूप और गर्मी में मंडिया पेज ऊर्जा का मुख्य स्रोत बनता है. उन्होंने बताया कि मंडिया पेज में मुख्य रूप से अमीनो अम्ल, कैल्शियम, लौह तत्व, ग्लूकोस, प्रोटीन और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.
मंडिया पेज को प्रमोट करने की बतायी जरूरत हेमंत कश्यप बताते हैं कि बस्तर के अंचलों में ग्रामीण रागी को पीसकर मंडिया पेज बनाते हैं. तेज धूप और गर्मी में मंडिया पेज का कोई तोड़ नहीं है. हालांकि शहरी क्षेत्रों में औऱ छत्तीसगढ़ के अन्य जिलो में गर्मी के मौसम में लोग बाजारों में मिलने वाले अलग-अलग प्रकार के ठंडे सॉफ्ट ड्रिंक, गन्ने का रस, ठंडे पानी और तरह तरह के पेय पदार्थ का सेवन करते हैं. उन्हें रागी से बनी मंडिया पेज की खूबियों के बारे में कोई जानकारी नहीं होती.
मार्केटिंग की व्यवस्था करे सरकार प्रमोद नेताम ने बताया कि में शासन प्रशासन को इसके फायदे बताकर इसे प्रमोट करने की जरूरत है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग मंडिया पेज का सेवन कर गर्मी के मौसम में खुद को स्वस्थ रख सकें. शासन प्रशासन को इसकी मार्केटिंग करने की भी जरूरत है. ऐसा होने से शहरी क्षेत्रों में और दूसरे जिलो में भी आसानी से मंडिया पेज उपलब्ध हो सके.
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