Chhattisgrh:अफसरशाही :
संचलाक के आदेश को दरकिनार कर कोटा बीएमओ गुप्ता ने दो कर्मचारियों को किया अटैच….
बिलासपुर – शासन ने सभी विभाग को पत्र लिखकर साफ निर्देश दे दिया है कि किसी भी कर्मचारी को अटैच नहीं किया जाएगा बल्कि जो अटैच है उन्हे भी तत्काल रिलीव करने का आदेश दिया गया है। इसके बावजूद कोटा बीएमओ डॉ. निखलेश गुप्ता ने स्वास्थ्य संचालक के आदेश को दरकिनार करते हुए दो कर्मचारियों को अटैच कर दिया है। जिसमें रतनपुर के सेक्टर प्रभारी गुलाब सिंह मसीह को कोटा में काम करने के लिए अटैच कर दिया है। वहीं कोटा के सेक्टर प्रभारी ईश्वर प्रसाद कश्यप को रतनपुर में काम करने के लिए अटैच किया है। जबकि इन कर्मचारियों की लंबी शिकायत मिली थी जिसके बाद जांच कमेटी गठित कर जांच कराया गया तो कर्मचारियों ने बयान दिया था कि ये कर्मचारी अपने काम में कभी आते ही नहीं है। ऐसे में इनके खिलाफ कार्रवाई न करते हुए इन्हें इनके गृहग्राम के समीप अटैच कर दिया गया है। जिससे संचालक के द्बारा हाल ही में जारी किए गए अटैचमेंट समाप्त के आदेश की अवहेलना की जा रही है।संचालनाय स्वास्थ्य सेवाएँ द्वारा जारी किया गया पत्र
ट्रांसफर नहीं हुआ तो अटैच कर कमा रहे पैसे ,कोटा बीएमओ डॉ. निखलेश गुप्ता के द्बारा इन दोनो कर्मचारियों को अटैच करने के बाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि इन कर्मचारियों का ट्रांसफर नहीं हो पाया यही कारण है कि ये बीएमओ डॉ. गुप्ता को पैसे देकर अपने मनचाहे जगह में अपना कार्य आदेश जारी कर लिए है। बात तो यहां तक की हो रही है कि इन अटैचमेंट के लिए बीएमओ डॉ. निखलेश गुप्ता ने दोनो कर्मचारियों से 40-40 हजार रूपए लिए है। जिसके बाद इन्हे अटैच किया गया है।
जेडी हेल्थ- अटैचमेंट गलत
संयुक्त संचालक डॉ. प्रमोद महाजन का कहना है कि बीएमओ अटैच नहीं कर सकते है। ये गलत है क्योकि डायरेक्टर का आदेश है कि किसी भी कर्मचारी को अटैच नहीं किया जाना है यदि इस तरह से किसी को अटैच किया गया होगा तो इसकी जांच कराकर अटैचमेंट समाप्त कराने
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