आत्मसमर्पण: आठ लाख के इनामी नक्सली आंचला ने स्टेन कार्बाइन रायफल के साथ किया आत्मसमर्पण
नक्सलियों के शोषण अत्याचार से परेशान होकर तथा शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर 8 लाख के ईनामी नक्सली ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण किया। युवक नक्सलियों की सीसी प्रोटेक्शन कंपनी नंबर 7 का सदस्य था। उसे स्टेन कार्बाइन रायफल मिली थी जिसे उसने आत्मसमर्पण करते वक्त पुलिस को सौंपा।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली युवक महिपाल आंचला उम्र 34 वर्ष पिता स्व सूक्कुराम आंचला को पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने मीडिया के सामने पेश किया। युवक ने बताया महिपाल आंचला के अलावा क्षेत्र में वह कार्तिक उर्फ राकेश उर्फ विस्वा उर्फ विनय के नाम
से भी नक्सली संगठन में काम कर चुका
है। वह मूलत: ग्राम जुंगड़ा थाना कोयलीबेड़ा जिला कांकेर का ही रहने वाला है। नक्सली संगठन के माड़ उत्तर बस्तर संयुक्त डिवीजन कमांड इन चीफ नागेश ने वर्ष 2008 में उसे नक्सली संगठन में भर्ती किया था। 2008 से 2010 तक कोयलीबेड़ा क्षेत्र में सक्रिय नक्सली कमांडर नागेश के दलम में कार्य किया। वर्ष 2010 में बेसिक कम्युनिस्ट ट्रेनिंग स्कूल में 6 माह तक पढ़ाई की।
हिंसा तथा शोषण से तंग आकर किया समर्पण
महिपाल ने कहा नक्सलियों के साथ लंबे समय तक वह काम रहता रहा, लेकिन इस दौरान उसे लगातार महसूस होता रहा नक्सलियों की विचारधारा पूरी तरह से खोखली है। बस्तर के युवाओं को संगठन में भर्ती कर नक्सली उनका शोषण तथा अत्याचार करते हैं। वे बेमतलब की हिंसा करते हैं। इन सब बातों से तंग आकर उसने आत्मसमर्पण करने का निर्णय लिया।
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