नाले में डूबे युवक का 22 घंटे बाद मिला शव ,,,100 मीटर दूर झाड़ियों में फंसा था शव
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में एक युवक ने अपने डूब रहे दोस्त को बचाने के लिए अपनी जान दे दी। युवक का शव करीब 22 घंटे बाद कंजी नाले से बरामद किया गया है। उसका शव स्टॉप डैम से करीब 100 मीटर दूर झाड़ियों में फंसा था। युवक अपने एक दोस्त के साथ सोमवार को कंजी नाले में नहाने के लिए गया था। इस दौरान दोस्त डूबने लगा। उसे बचाने की चक्कर में युवक नीचे उतरा और तेज बहाव में बह गया।
SDRF की टीम ने 22 घंटे बाद बरामद किया शव।
दरअसल, पनगांव स्थित कंजी नाले में सोमवार सुबह करीब 10 बजे स्थानीय निवासी दो दोस्त सेमंत यादव (22) और उमेश यादव (18) नहाने के लिए गए थे। नहाते हुए दोनों बीच में बहुत गए। इसी दौरान नाले का जल स्तर अचानक बढ़ गया। दोनों युवक बहने लगे। तेज बहाव के चलते सेमंत यादव काफी दूर निकल गया और आखों से ओझल हो गया। वहीं उमेश नाले के बीच में जाकर फंस गया था।
उमेश यादव को बाद में लोगों ने रस्सी और लकड़ियों के सहारे बचाया।
ग्रामीणों ने रस्सी और लकड़ियों के सहारे युवक को बचाया
उमेश की चीख-पुकार सुन कर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और रस्सी व लकड़ियों के सहारे किसी तरह से बचाया। उसके साथ एक अन्य युवक के नाले में डूबने की जानकारी ग्रामीणों को मिली तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद शाम को SDRF की टीम बुलाई गई। वे सोमवार देर शाम तक तलाश करते रहे, पर युवक नहीं मिला। इसके बाद सुबह फिर उसकी तलाश शुरू की गई तो झाड़ियों में फंसा शव मिल गया।
सेमंत का शव करीब 100 मीटर दूर झाड़ियों में फंसा मिला।
दोस्त को बचाने के लिए गहरे पानी में फंसा उमेश ने बताया कि वे दोनों नहा रहे थे। अचानक जल स्तर बढ़ने से उसका पैर फिसल गया। वह डूबने लगा तो बचाने के लिए शोर मचाया। यह देखकर सेमंत उसे बचाने का प्रयास करने लगा। इस दौरान लगातार पानी बढ़ने और बहाव तेज होने के कारण सेमंत अनियंत्रित हो गया और नाले के बहाव के साथ बह गया। घटना स्थल से करीब एक किमी तक SDRF सेमंत की तलाश करती रही। इसके बाद सुबह शव मिल सका।
Editor In Chief