रायपुर। देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़े मामलों की तैयारियों और रणनीतियों पर चर्चा के लिए आयोजित 60वीं अखिल-भारत DGP-IGP सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार की नीतियों और सुरक्षा बलों की सक्रियता के कारण नक्सलवाद को स्थायी रूप से खत्म करने की दिशा में “काफी प्रगति” हो चुकी है।
विशेष रूप से उन्होंने कहा कि—
- नक्सल प्रभावित जिलों में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति सुधरी है,
- नक्सल-मुक्त क्षेत्रों की संख्या बढ़ी है,
- और सरकार तथा सुरक्षा एजेंसियाँ मिलकर उस अंतिम चरण की तैयारी कर रही हैं, जिसमें देश के सभी हिस्से “नक्सलवाद-मुक्त” बने।
शाह ने सम्मेलन को केवल चर्चा का मंच नहीं, बल्कि आंतरिक सुरक्षा की रणनीति तय करने वाला महत्वपूर्ण फोरम बताया। उन्होंने यह भी कहा कि नक्सलवाद के अलावा आतंकवाद, साइबर अपराध, ड्रग्स, और संगठित अपराध जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए नई पॉलिसी तैयार की जाएगी।
छत्तीसगढ़ सहित पूरे भारत में यह सम्मेलन पुलिस, खुफिया, और सुरक्षा एजेंसियों के लिए रणनीतिक दिशा तय करेगा, जिससे नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास, सुरक्षा और प्रशासनिक सुधार की उम्मीद बढ़ गई है।

