रायपुर। राजधानी रायपुर में एनआईटी चौपाटी हटाए जाने को लेकर चल रहा विवाद अब और तेज हो गया है। गुरुवार को युवा कांग्रेस ने बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री राजेश मूणत की तस्वीर वाले पोस्टर पर कालिख पोतकर विरोध जताया, जिसके बाद पुलिस ने युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष विनोद उर्फ भक्कू कश्यप और उसके साथियों पर FIR दर्ज कर ली है। मामला सरस्वती नगर थाना क्षेत्र का है।
चौपाटी हटाने का विरोध बना पोस्टर विवाद की वजह
26 नवंबर को बीजेपी ने शहर में नालंदा परिसर निर्माण से जुड़े विकास कार्य का होर्डिंग लगाया था, जिसमें विधायक राजेश मूणत की फोटो लगी हुई थी।
युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने एनआईटी चौपाटी हटाए जाने के विरोध में इसी पोस्टर पर कालिख लगा दी।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई।
शिकायत पर कार्रवाई, संपत्ति विरूपण एक्ट में FIR
डूमरतालाब मोहबा बाजार निवासी दिनेश तिवारी ने इस संबंध में शिकायत दर्ज करवाई।
उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी गेट के सामने लगाए गए विकास कार्य के पोस्टर को क्षतिग्रस्त किया गया है।
पुलिस ने—
- छत्तीसगढ़ संपत्ति विरूपण निवारण अधिनियम
- और शांति भंग की धाराओं के तहत
FIR दर्ज की है।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष विनोद उर्फ भक्कू कश्यप और उसके साथियों को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
एनआईटी चौपाटी विवाद लगातार बढ़ रहा
रायपुर में करीब 10 करोड़ रुपए की लागत से बनी 60–70 दुकानों वाली एनआईटी चौपाटी को हाल ही में हटाया गया था।
इसके विरोध में कांग्रेस लगातार सरकार पर हमलावर है।
कांग्रेस नेताओं का आरोप है—
- पहले अधिकारियों ने चौपाटी को अनुमति दी
- बाद में अवैध बताकर इसे तोड़ दिया
- चौपाटी हटाने में राजनीतिक दबाव शामिल है
कुछ दिन पहले कांग्रेस नेताओं ने डिप्टी सीएम अरुण साव से मुलाकात कर 7 दिन के भीतर जांच समिति बनाने की मांग की थी।
कांग्रेस की प्रमुख मांगें
- चौपाटी विवाद की उच्चस्तरीय जांच
- जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई
- निर्णय में शामिल जनप्रतिनिधियों की भूमिका की जांच
- भविष्य की कार्रवाई के लिए स्पष्ट नीति
कांग्रेस ने चेतावनी दी है—
“अगर 7 दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा।”
नालंदा-2 परियोजना और रेलवे–नगर निगम विवाद
चौपाटी हटाने के बाद सरकार ने नालंदा-2 निर्माण की तैयारी शुरू की है।
- 15 नवंबर से चौपाटी शिफ्टिंग की तारीख तय
- नवंबर 2025 में टेंडर प्रक्रिया पूरी
लेकिन इसी बीच रेलवे ने 32 दुकानदारों को नोटिस जारी कर जमीन पर दावा कर दिया।
नगर निगम और रेलवे के बीच मामला अभी बातचीत में है।

