रायपुर।
सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च कर बनाए गए सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में अब भी बुनियादी चिकित्सा सुविधाओं का अभाव है। मरीजों को यहाँ इलाज नहीं मिल पा रहा है और उन्हें मजबूरन दूसरे अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है। अस्पताल में न तो स्थायी विशेषज्ञ डॉक्टर हैं और न ही आवश्यक विभाग सुचारु रूप से संचालित हो रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि “मरीज इलाज के लिए भटक रहे हैं, न यहाँ स्थायी स्टाफ है, न ही सुपर स्पेशियलिटी के नाम पर कोई स्थायी सुविधा।”
दवाओं और इलाज के अभाव के चलते मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है बिल्डिंग बना कर तैयार कर दिया गया है किंतु अभी भी नर्सिंग स्टाफ, फार्मेसी और डॉक्टर की कमी है यहां ना ही इलाज हो रहा ना दवाइयां मिल रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में Neurology, Nephrology, Gastroenterology, Pulmonology, Endocrinology, Oncology, Urology, Rheumatology, Hematology, Orthopaedics, Plastic & Reconstructive Surgery, Pathology & Microbiology, Anaesthesiology & Critical Care, Blood Bank & Transfusion Medicine, Nutrition & Dietetics और Pharmacovigilance, ADRs Reporting , Central Pharmacy जैसे विभागों का होना अनिवार्य है।
लेकिन हकीकत यह है कि इन विभागों में से कई यहाँ उपलब्ध ही नहीं हैं। इससे गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को निजी अस्पतालों या अन्य जिलों में इलाज के लिए जाना पड़ता है। यहां IPD, OPD के मरीजों को सिम्स और अन्य निजी अस्पताल में भेज दिया जा रहा हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सरकार ने जिस मकसद से सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाया था, वह पूरा नहीं हो पा रहा है। डॉक्टरों और सरकारी धन दोनों का गलत इस्तेमाल हो रहा है, जबकि मरीजों को सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है।
लोगों ने मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग तत्काल जांच करे और अस्पताल में सभी आवश्यक सुपर स्पेशियलिटी विभागों की स्थापना कर स्थायी विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति सुनिश्चित करे, साथ ही अस्पताल में चिकित्सा अधिकारी भी नियमिती करण हो ताकि मरीजों को सही मायने में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके।

