पूर्णिमा पर महाप्रभु जगन्नाथ को 108 कलशों के जल से स्नान कराया गया

राजेंद्र देवांगन
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रेलनगरी बंडामुंडा के डीजल कॉलोनी स्थित जगन्नाथ मंदिर में बुधवार को स्नान पूर्णिमा का आयोजन किया गया। भगवान श्री जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा को विशेष सजे स्नान मंडप में लाया गया। मंदिर के पुजारी प्रीतवास सतपति के नेतृत्व में 108 कलशों के जल से भगवानों का स्नान संस्कार किया गया।

जेठ पूर्णिमा पर बुधवार को सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। वैदिक मंत्रोच्चार और ढोल-नगाड़ों की मधुर ध्वनि के बीच स्नान विधि पूरी की गई। राउरकेला विधायक शारदा प्रसाद नायक और रघुनाथपल्ली विधायक दुर्गा चरण तांती अपने समर्थकों के साथ मंदिर पहुंचे। दोनों ने प्रभु जगन्नाथ का आशीर्वाद लिया।

क्षेत्र में शांति के लिए प्रार्थना की। मान्यता है कि यह स्नान पर्व रथयात्रा से पहले भगवानों के शुद्धिकरण और जनसंपर्क का प्रमुख धार्मिक कार्यक्रम होता है। स्नान के बाद भगवानों को ‘अनवसर’ यानी बीमार घोषित किया गया। अब वे अगले पंद्रह दिनों तक भक्तों को दर्शन नहीं देंगे। इस दौरान उन्हें दवा और विश्राम दिया जाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए मंदिर प्रबंधन ने विशेष इंतजाम किए। प्रशासन और पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद रहा। आयोजन में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, कार्यकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।

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राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)