रायपुर -छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल की सामान्य सभा में हाल ही में रजिस्ट्रेशन, रिन्यूअल और अन्य सेवाओं की फीस में भारी वृद्धि कर दी गई है, जिसे लेकर अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के सभी फार्मासिस्ट ने खुलकर विरोध किया है। 10 जून 2025 को अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन द्वारा मीटिंग की गई जिसमें प्रदेश अध्यक्ष पंकज मसीह, प्रदेश महासचिव लव प्रकाश देवांगन, राष्ट्रीय महासचिव विनीत कुमार सिंह, प्रदेश प्रवक्ता रितेश कुमार जैन,प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष राहुल कुमार भेड़िया, प्रदेश संयोजक राकेश लहरे, प्रदेश उपाध्याय संतोष यादव, प्रदेश प्रभारी महिला विंग व प्रदेश उपअध्यक्ष वन्दना देवांगन, प्रदेश संगठन सचिव सुरेन्द्र कुमार नेताम, प्रदेश संगठन सह सचिव अंजनी अंजनी भगत, सुमन चंदेल, इस्तियाक अहमद, सुधीर यादव, मोहित सिंह, दीपक सोनवानी और सभी फार्मासिस्ट सदस्य शामिल हुए।
इन सदस्यों का आरोप है कि फीस वृद्धि काउंसिल के बहुमत का दुरुपयोग करते हुए की गई है और यह निर्णय आम फार्मासिस्टों के हितों के खिलाफ है। सभी फोर्सिस्टो ने इस मनमानी वृद्धि के खिलाफ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य सचिव को शिकायत पत्र सौंपने का निर्णय लिया है।
आरोप है कि काउंसिल अध्यक्ष, रजिस्ट्रार और कुछ सदस्यों ने अपने भत्तों को दोगुना कर लिया है। इसके साथ ही उनके कार खर्च और अन्य निजी सुविधाओं में भी बढ़ोतरी की गई है। ऐसा प्रतीत होता है कि इन अतिरिक्त खर्चों की भरपाई के लिए ही रजिस्ट्रेशन और रिन्यूअल फीस बढ़ाई गई है। जिससे फार्मासिस्ट को दिखाते आ रही है फॉर्मेसी काउंसिल के कार्य की गति में गिरावट और फीस में बढ़ोतरी का खुल कर विरोध किया जा रहा है।
फार्मेसी काउंसिल द्वारा पंजीयन और नवीनीकरण शुल्क में बढ़ोतरी के विरोध में काउंसिल का घेराव करने की चेतावनी चारी की जाएगी।
अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन और सभी फार्मासिस्ट का तर्क यह है कि बेरोजगार फार्मासिस्ट और छोटे दुकानदारो पर अनावश्यक बोझ डाला जा रहा है। जिन फार्मासिस्ट की इनकम कम है वे भी इस शुल्क को देने में असमर्थ है इसलिए शुल्क में की गई वृद्धि के फैसले को तत्काल रूप से वापस लिया जाए अन्यथा प्रदेश भर के सभी फार्मासिस्ट घेराव करेंगे,यह लडाई प्रदेश के हजारों फार्मासिस्टों के अधिकारों की रक्षा के लिए है।
इस लड़ाई में सभी फार्मासिस्ट को साथ आना चाहिए ताकि काउंसिल की मनमानी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर विरोध किया जा सके।
काउंसिल द्वारा ऐसे मनमानी से सभा फार्मासिस्ट को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जिसके लिए प्रदेश के सभी फार्मासिस्ट को एक जुट होने की अपील किया गया है।
अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन हमेशा से ही फार्मासिस्ट के हित में कार्य करते रही है और इसका उद्देश्य प्रदेश के सभा फार्मासिस्ट को साथ लाना है एक जुट करना और उनके हक के लिए लड़ना है। जहां फार्मासिस्ट वहां दवाई का उद्देश्य प्रदेश भर के फार्मासिस्ट को एक लाने और उनके हित में कार्य के लिए है।
जल्द ही सरकार और काउंसिल को ज्ञापन सौंपा जाएगा।