सागर, 27 अप्रैल 2025: सागर की महापौर संगीता सुशील तिवारी ने रविवार को भोपाल में प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, और महामंत्री भगवानदास सबनानी से मुलाकात की। उन्होंने 26 अप्रैल को पार्टी कार्यालय में उपस्थित न होने और महापौर परिषद (MIC) में बिना अनुमति बदलाव करने के मुद्दे पर जवाबी पत्र सौंपा और माफी मांगी।
अनुपस्थिति पर सफाई
संगीता तिवारी ने अपने पत्र में बताया कि उन्हें 25 अप्रैल की दोपहर को 26 अप्रैल को सुबह 11 बजे भोपाल में उपस्थित होने की सूचना मिली थी। उस समय वह अपनी समधन के गंभीर स्वास्थ्य और ऑपरेशन के कारण पुणे (महाराष्ट्र) में थीं। पुणे से भोपाल की 800 किलोमीटर की दूरी के कारण वह समय पर नहीं पहुंच सकीं। उन्होंने इसके लिए क्षमा मांगी और भविष्य में ऐसी स्थिति न होने का आश्वासन दिया।
MIC में बदलाव का कारण
महापौर ने MIC में पार्षद आशारानी जैन को हटाकर शैलेंद्र ठाकुर को शामिल करने के फैसले पर सफाई दी। उनके अनुसार:
- आशारानी जैन वृद्धावस्था और स्वास्थ्य समस्याओं के कारण MIC के निरीक्षणों में लगातार अनुपस्थित रहती थीं।
- परिषद के सदस्यों से विचार-विमर्श के बाद शैलेंद्र ठाकुर, जो सक्रिय पार्षद, निगम सचेतक, पूर्व एल्डरमैन, और जनसंघ से जुड़े वरिष्ठ नेता हैं, को शामिल किया गया।
- इस बदलाव का उद्देश्य ठाकुर के अनुभव से सागर के विकास को गति देना था।
- तिवारी ने स्वीकार किया कि उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि ऐसे बदलाव के लिए प्रदेश नेतृत्व की अनुमति जरूरी है। उन्होंने अनजाने में हुई इस गलती के लिए माफी मांगी और भविष्य में बिना अनुमति कोई बदलाव न करने का वादा किया।
मुलाकात का विवरण
रविवार को तिवारी ने प्रदेश BJP कार्यालय में नेतृत्व के साथ विस्तृत चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने अपनी स्थिति स्पष्ट की और संगठन के निर्देशों का पालन करने की प्रतिबद्धता जताई। मुलाकात के बाद वह सागर के लिए रवाना हुईं।
पृष्ठभूमि
- MIC बदलाव विवाद: सागर नगर निगम की MIC में आशारानी जैन को हटाकर शैलेंद्र ठाकुर को शामिल करने का फैसला स्थानीय BJP इकाई में चर्चा का विषय बन गया था। कुछ नेताओं ने इसे संगठन की अनुमति के बिना लिया गया निर्णय बताया।
- पार्टी का रुख: प्रदेश नेतृत्व ने तिवारी से जवाब मांगते हुए उन्हें 26 अप्रैल को भोपाल बुलाया था, लेकिन उनकी अनुपस्थिति के बाद मामला और गंभीर हो गया।
- संगठनात्मक अनुशासन: BJP के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने हाल ही में संगठनात्मक अनुशासन पर जोर देते हुए सभी नेताओं को पार्टी के दिशा-निर्देशों का पालन करने की हिदायत दी है।
प्रभाव
संगीता तिवारी की सफाई और माफी से मामला फिलहाल शांत होने की उम्मीद है, लेकिन यह घटना सागर BJP में आंतरिक समन्वय और अनुशासन की कमी को उजागर करती है। स्थानीय कार्यकर्ताओं का कहना है कि नेतृत्व के साथ बेहतर संवाद से ऐसी स्थिति टाली जा सकती थी। दूसरी ओर, तिवारी के समर्थक इसे अनजाने में हुई गलती मानकर उनके विकास कार्यों पर ध्यान देने की बात कर रहे हैं।
यह मुलाकात और पत्र सागर महापौर के लिए संगठन के साथ तालमेल बनाए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, और भविष्य में उनके निर्णयों पर सभी की नजर रहेगी।