रतलाम: पहलगाम आतंकी हमले के बाद बंगाली कारीगरों का सत्यापन, आधार और वोटर कार्ड की ऑनलाइन जांच

Babita Sharma
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रतलाम, 27 अप्रैल 2025: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए, के बाद रतलाम पुलिस ने शहर में रहने वाले बंगाली कारीगरों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। रविवार दोपहर धनजीबाई नोहरा क्षेत्र में बंगाली समुदाय के लोगों को एकत्र कर उनके आधार कार्ड और वोटर कार्ड की ऑनलाइन जांच की गई। यह अभियान माणक चौक थाना क्षेत्र में केंद्रित है, जहां अधिकांश बंगाली कारीगर रहते हैं।

सत्यापन की प्रक्रिया

पुलिस ने माय आधार ऐप के जरिए एक-एक व्यक्ति के आधार कार्ड का मिलान किया। साथ ही निम्नलिखित जानकारी रजिस्टर में दर्ज की गई:

  • रतलाम में रहने का पता और मकान मालिक का नाम।
  • व्यक्ति का नाम और परिवार के सदस्यों की संख्या।
  • रतलाम में रहने की अवधि।
  • वोटर कार्ड और अन्य पहचान पत्रों की वैधता।

अभियान SP अमित कुमार के निर्देशन में चलाया गया। ASP राकेश खाखा, CSP सत्येंद्र घनघोरिया, माणक चौक थाना प्रभारी अनुराग यादव, और SI शिवनाथ राठौर सहित पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा।

बंगाली कारीगरों का विवरण

रतलाम में अनुमानित 2,000 से 2,500 बंगाली कारीगर रहते हैं, जो मुख्य रूप से सराफा बाजार में आभूषण बनाने का काम करते हैं। कई कारीगर वर्षों से परिवार सहित माणक चौक थाना क्षेत्र में बसे हैं। ये लोग पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों, जैसे मुर्शिदाबाद और मालदा, से आए हैं। हालांकि, कुछ लोग इन्हें बांग्लादेशी घुसपैठिए मानते हैं, जिसके चलते पुलिस ने सत्यापन शुरू किया।

पुलिस का बयान

ASP राकेश खाखा ने बताया कि बाहरी राज्यों से आए लोगों की जांच की जा रही है। आधार और वोटर कार्ड का ऑनलाइन सत्यापन किया जा रहा है। यदि दस्तावेजों में कोई विसंगति पाई गई या मिलान नहीं हुआ तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह अभियान पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा को ध्यान में रखकर चलाया जा रहा है।

पृष्ठभूमि

  • पहलगाम आतंकी हमला: 22 अप्रैल 2025 को अनंतनाग जिले के बैसरण घाटी, पहलगाम में आतंकियों ने 26 लोगों, ज्यादातर पर्यटकों, की हत्या कर दी। हमले की जिम्मेदारी TRF (द रेसिस्टेंस फ्रंट) ने ली, और जांच में लश्कर-ए-तैयबा और पाकिस्तानी आतंकियों की संलिप्तता सामने आई है।
  • रायगढ़ में कार्रवाई: रायगढ़ में भी इसी तरह का सत्यापन अभियान चलाया गया, जहां 50 बंगाली मजदूरों की जांच की गई और दो पाकिस्तानी नागरिकों को फर्जी वोटर कार्ड के लिए गिरफ्तार किया गया।
  • सुरक्षा चिंताएं: पहलगाम हमले के बाद देशभर में बाहरी लोगों, खासकर बंगाली और विदेशी नागरिकों, की जांच तेज हो गई है ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।

यह सत्यापन अभियान रतलाम के बंगाली कारीगरों के बीच चिंता का कारण बन गया है, खासकर उन लोगों में जो लंबे समय से शहर में बसे हैं। कई कारीगरों ने दावा किया कि उनके पास वैध दस्तावेज हैं और वे पश्चिम बंगाल के मूल निवासी हैं। दूसरी ओर, स्थानीय व्यापारी इस अभियान का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि कारीगरों की कमी से सराफा व्यवसाय प्रभावित हो सकता है।

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ब्यूरो चीफ - मध्यप्रदेश