रायनांदगांव।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के साथ जल जीवन मिशन तथा पेयजल आपूर्ति की समीक्षा की और निम्नलिखित मुख्य निर्देश जारी किए:
- भूजल स्तर में गिरावट पर विशेष फोकस
दशकराए गए हैंडपंपों की पहचान कर तुरंत मरम्मत एवं निरीक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। उन्होने कहा, “जहाँ जलस्तर नीचे जा रहा है, वहाँ अतिरिक्त गहराई वाले ट्यूबवेल लगाए जाएँ।”
- ठेकेदारों को अल्टीमेटम
सोलर पंप, पाइपलाइन एवं जलागार निर्माण सहित अधूरे कामों पर नाराज़गी जताते हुए कलेक्टर ने सब-इंजीनियरों को क्षेत्रीय दौरे कर ठेकेदारों से प्रगति रिपोर्ट तलब करने और अगले माह तक कार्य ना पूर्ण होने पर कानूनी विभाग को रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया।
- सोलर आधारित योजनाओं की गति बढ़ाएँ
ग्रामीण सोलर पंप एवं टंकी स्थापना कार्यों की धीमी प्रगति पर संतोष व्यक्त नहीं किया गया। सभी अधूरे ठेके 15 मई तक पूरा करने का अल्टीमेटम दिया गया।
- पेयजल शिकायत निवारण तंत्र सशक्त करें
कार्यपालन अभियंता समीर शर्मा ने बताया कि हैंडपंप मरम्मत एवं क्लोरीनेशन का कार्य पूर्ण हो चुका है। पेयजल से संबंधित शिकायतों के लिए टोल-फ्री नंबर 1800-233-0008 और ग्रामीण WhatsApp ग्रुप सक्रिय कर दिए गए हैं, ताकि समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके।
- गंभीर क्षेत्र चिन्हित, अतिरिक्त डीपवेल निर्देशित
जिन गांवों में भूजल स्तर विशेष रूप से गिरा है, उन्हें चिन्हित कर अतिरिक्त डीपवेल सिलेंडर लगाने के निर्देश दिए गए, ताकि वर्ष भर जलापूर्ति सुनिश्चित हो सके।
बैठक से पहले कलेक्टर एवं कलेक्टोरेट कर्मचारियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए पर्यटकों के सम्मान में एक मिनट का मौन रखा।
कलेक्टर ने अंत में जोर देकर कहा कि जल जीवन मिशन सरकार की प्राथमिक योजना है और जिले में इसके सुचारू कार्यान्वयन के लिए सभी को पूर्ण पारदर्शिता एवं जवाबदेही के साथ काम करना होगा।