बिलासपुर- बिलासपुर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में एक महिला डॉक्टर पर मरीज से रिश्वत मांगने का गंभीर आरोप लगा है। इस मामले में एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रही है, जिसमें डॉक्टर के द्वारा मरीज को धमकाने और पैसे की मांग करने की बात सामने आई है। इसके बाद सिविल सर्जन ने डॉक्टर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है और उनके एमटीपी (गर्भपात) व परिवार नियोजन संबंधी ऑपरेशन पर रोक लगा दी है।
अस्पताल में महिला डॉक्टर ने मरीज से मांगी
रिश्वत,वायरल ऑडियो में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वंदना चौधरी को सुनाई दे रहा है कि वह मरीज से कह रही हैं, 2 हजार में अबॉर्शन नहीं होता। धोखा दोगे तो नरक में जाओगे। मरीज और उसके परिजन ऑडियो में 2 हजार रुपए देने और बाकी 4 हजार रुपए नहीं दे पाने की बात कर रहे हैं। इस पर डॉक्टर ने गुस्से में उन्हें धमकाया और दुर्व्यवहार किया।
नसबंदी करने मांगे थे 6 हजार
मामला ग्राम सेमरचुंआ की जमंत्री पटेल से जुड़ा है, जो 19 मार्च को नसबंदी करवाने जिला अस्पताल पहुंची थीं। मरीज का आरोप है कि डॉ. वंदना ने 6 हजार रुपए की मांग की, जिसमें से परिजनों ने केवल 2 हजार रुपए दिए। बाकी रकम न दे पाने पर डॉक्टर ने लगातार फोन करके परेशान किया। जब मरीज ने गरीबी का हवाला देकर पैसे माफ करने की गुहार लगाई, तो डॉक्टर ने कहा, धोखा दोगे तो ऐसे ही गरीब रहोगे।
सिविल सर्जन ने की कार्रवाई
इसकी शिकायत मिलने के बाद सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता ने डॉ. वंदना चौधरी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। साथ ही, उनके एमटीपी (गर्भपात) और परिवार नियोजन (टीटी) ऑपरेशन पर रोक लगा दी गई है। अब इन ऑपरेशनों की जिम्मेदारी डॉ. रमा घोष और डॉ. ममता सलूजा को सौंपी गई है।
कलेक्टर के निर्देश पर जांच शुरू
सिविल सर्जन ने कलेक्टर के निर्देश पर इस मामले की जांच शुरू कर दी है। यदि आरोप सही पाए गए, तो डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। इस घटना ने सरकारी अस्पतालों में मरीजों के साथ हो रहे शोषण और भ्रष्टाचार को फिर से उजागर किया है।

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