सुकमा। सुकमा और बीजापुर के सीमाक्षेत्र पर गुरुवार को हुई मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया, जिसमें उन्हें बड़ी सफलता मिली है। सुकमा डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) के जवानों ने तुमरेल और तलपेरू नदी के बीच नक्सलियों की एक सुरंग और डंप सामग्री का पता लगाया है।
नक्सलियों ने इस सुरंग का उपयोग हथियार और विस्फोटक सामग्री छिपाने के लिए किया था। तलाशी के दौरान जवानों ने सुरंग से विस्फोटक बनाने की मशीन, बिजली के तार, कांच की बोतलों से बने बम और भारी मात्रा में अन्य नक्सली सामग्री बरामद की है।
जवानों को नुकसान पहुंचाने की साजिश नाकाम
सुरंग के अंदर नक्सली नई तकनीक का उपयोग कर जवानों को नुकसान पहुंचाने की साजिश रच रहे थे। बम बनाने के लिए कांच की बोतलों का इस्तेमाल किया जा रहा था। इस बड़े खुलासे के बाद सुरक्षाबलों ने क्षेत्र में सर्चिंग अभियान और अधिक सतर्कता के साथ तेज कर दिया है।
सुरक्षाबलों ने 5 महिला समेत 12 हार्डकोर नक्सलियों को किया ढेर
नक्सल विरोधी सर्च अभियान के तहत बीजापुर जिले के थाना पामेड़, उसूर, बासागुड़ा के सरहदी क्षेत्रों के तुमरेल, सिगमपल्ली, पुजारीकांकेर और मलेमपेंटा के जंगलों में माओवादियों की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी बीजापुर, डीआरजी सुकमा, डीआरजी दंतेवाड़ा, एसटीएफ, कोबरा 204, 205, 206, 208, 210 और केरिपु 229 बटालियन की संयुक्त टीम ने माओवादी विरोधी अभियान चलाया।
अभियान के दौरान 16 जनवरी की सुबह 9:00 बजे से सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच कई बार मुठभेड़ हुई। इस कार्रवाई में जवानों ने 5 महिला समेत 12 हार्डकोर माओवादियों को मार गिराया और भारी मात्रा में हथियार समेत अन्य सामग्री बरामद की।
सुरक्षाबलों की इस बड़ी कार्रवाई को नक्सल विरोधी अभियान में महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है। इससे क्षेत्र में नक्सल प्रभाव को कमजोर करने में सहायता मिलेगी।
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