रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) भर्ती घोटाले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने कार्रवाई तेज कर दी है। CBI ने आयोग के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी के भतीजे नितेश सोनवानी और पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गनवीर को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को सौम्या राय की अदालत में पेश किया गया, जहां CBI ने 13 जनवरी तक रिमांड की मांग की। मामले में सुनवाई जारी है।
पहले भी हो चुकी हैं गिरफ्तारियां
बचाव पक्ष के वकील फैसल रिजवी ने बताया कि इस मामले में पहले ही टामन सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब नितेश सोनवानी और ललित गनवीर को भी इसी केस में हिरासत में लिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
CGPSC 2019 से 2022 तक की विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप हैं। ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने इस मामले में अनियमितताओं को लेकर केस दर्ज किया था।
- 2020 में 175 पदों और 2021 में 171 पदों पर भर्ती परीक्षा आयोजित हुई थी।
- 13 फरवरी 2022 को आयोजित प्री-एग्जाम में 2,565 अभ्यर्थी पास हुए थे।
- 26 से 29 मई 2022 के बीच हुई मेंस परीक्षा में 509 उम्मीदवारों ने सफलता प्राप्त की।
- 11 मई 2023 को इंटरव्यू के बाद 170 अभ्यर्थियों की चयन सूची जारी हुई।
आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन टामन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों, कांग्रेसी नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों को अनुचित तरीके से चयन सूची में शामिल कराया। CBI इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और आगे भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।