प्रतापपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के जगन्नाथपुर में शुक्रवार दोपहर विवादित जमीन पर खेती करने को लेकर दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हुआ। इस हमले में पत्रकार संतोष टोप्पो के माता-पिता और भाई की निर्मम हत्या कर दी गई।
हमलावरों ने टांगी और डंडों से हमला कर मां-बेटे को मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया, जबकि पिता ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस जघन्य वारदात के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने कुछ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
जमीन के विवाद ने ली तीन की जान
घटना प्रतापपुर थाना क्षेत्र के जगन्नाथपुर डुबकापारा की है, जहां एसईसीएल की कोयला खदान के सामने एक ही परिवार के दो पक्षों के बीच संयुक्त खातेदारी की जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। दूसरे पक्ष ने पहले पक्ष को विवादित जमीन पर खेती करने से मना कर रखा था।
खेत में काम करने पहुंचे, फिर हुआ जानलेवा हमला
शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे, पहले पक्ष के चार लोग विवादित जमीन पर खेती से जुड़ा कार्य करने पहुंचे। इसकी सूचना मिलते ही दूसरा पक्ष आक्रोशित हो गया। करीब एक दर्जन से अधिक लोग टांगी और डंडों से लैस होकर वहां पहुंच गए और पहले पक्ष के लोगों को खेत से हटने के लिए धमकाने लगे।
जब पहले पक्ष ने जमीन को अपनी बताते हुए विरोध किया, तो विवाद बढ़ गया। इसके बाद दूसरे पक्ष ने ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
मां और बेटे की मौके पर ही मौत
हमले में 53 वर्षीय बसंती टोप्पो और उनके 29 वर्षीय बेटे नरेश टोप्पो की मौके पर ही मौत हो गई।
पिता ने अस्पताल में तोड़ा दम
हमले में गंभीर रूप से घायल 57 वर्षीय माधे टोप्पो को तत्काल अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एक व्यक्ति ने भागकर बचाई जान
इस हमले के दौरान पहले पक्ष में शामिल उमेश टोप्पो किसी तरह जान बचाकर वहां से भागने में सफल रहा।
पुलिस जांच और गिरफ्तारियां
घटना की सूचना मिलते ही प्रतापपुर एसडीओपी नंदिनी ठाकुर, थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची।
पुलिस ने एक दर्जन से अधिक हमलावरों में से कुछ को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य फरार हैं। फरार आरोपितों की तलाश के लिए पुलिस ने विशेष टीम गठित की है और सर्च ऑपरेशन जारी है।
इस हत्याकांड से पूरे क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल बना हुआ है।