रायपुर। रायपुर-बिलासपुर रोड पर धनेली में हुई मां-बेटी की निर्मम हत्या मामले में पुलिस ने संदेह के आधार पर आधा दर्जन युवकों को हिरासत में लिया है। पूछताछ के दौरान एक युवक ने हत्या करने की बात कबूल कर ली थी, लेकिन बाद में उसने बयान बदलते हुए कहा कि डर के कारण उसने झूठी स्वीकारोक्ति की थी। इसके बाद पुलिस की जांच और अधिक उलझ गई है, और अब नए सिरे से हत्यारे की तलाश की जा रही है।
अवैध संबंध का शक, दुष्कर्म की पुष्टि
पुलिस को शक है कि यह हत्या अवैध संबंध के कारण की गई है। प्रारंभिक जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। शॉर्ट पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, 13 वर्षीय नाबालिग की गला घोंटकर हत्या की गई थी। पुलिस के मुताबिक, 45 वर्षीय महिला अपनी 13 साल की बेटी के साथ अकेली रहती थी। उसके पति की सात साल पहले मृत्यु हो चुकी थी।
पहले से रची गई थी हत्या की साजिश
पुलिस की जांच में सामने आया है कि कुछ लोगों का महिला के घर आना-जाना था, जिनमें आसपास के युवक भी शामिल थे। इन्हीं युवकों को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस हत्याकांड में दो या अधिक आरोपी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने पहले पूरी साजिश रची और फिर एक-एक कर मां-बेटी की हत्या कर दी।
हत्या के बाद शवों को अलग-अलग स्थानों पर छोड़ा
हत्या के बाद महिला का शव घर में ही छोड़ दिया गया, जबकि नाबालिग बेटी की हत्या कर उसका शव घर से दूर नाली में फेंक दिया गया था। पुलिस को शक है कि महिला और उसकी बेटी दोनों के साथ एक से अधिक व्यक्तियों ने जबरदस्ती की थी। फिलहाल पुलिस सभी संदिग्धों से पूछताछ कर रही है और जल्द ही अपराधियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का दावा कर रही है।